पाकुड़/रांची
योजना की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आज का दिन विशेष कर राज्य की बहन-बेटियों के लिए शुभ और ऐतिहासिक दिन है। राज्य की आधी आबादी को उनकी सरकार इस रक्षाबंधन त्यौहार के पावन अवसर पर “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” की सौगात दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो उनकी सरकार गांव, गरीब, किसान, मजदूर सहित सभी वर्ग-समुदाय के सर्वांगीण विकास के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चलाई हैं जिसका लाभ गांव-गुरबा के लोग बखूबी ले रहे हैं, लेकिन राज्य की नारी शक्ति के उत्थान के लिए एक विशेष योजना की जरूरत थी जिसे “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” के रूप में आज पाकुड़ जिला में शुभारंभ किया जा रहा है।
उक्त बातें हेमंत ने आज गायबथान महेशपुर, पाकुड़ में आयोजित “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (JMMSY)” का शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। पाकुड़ आदिवासी बहुल संथाल परगना के ६ ज़िलों में से एक है।
उन्होंने आगे कहा कि रक्षाबंधन त्यौहार पूरे देश में उत्साह, उमंग और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस दिन हमारी बहन-बेटियों को अनेक उपहार मिलते हैं। रक्षाबंधन के दिन भाई भी अपनी बहन की रक्षा का संकल्प लेता है। आज हमारी सरकार भी राज्य की बहन-बेटियों के सम्मान, रक्षा एवं उनके विश्वास पर खरा उतरने संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरुआत से ही हमारी सोच रही है कि राज्य की आधी आबादी जो हमेशा अनेक चुनौतियों से गुजरते हैं, उनके सर्वांगीण विकास के लिए विशेष काम किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना को प्रारंभ करने से पहले कई प्रकार की चुनौतियों को मद्देनजर रखते हुए कई बाधाओं को निपटाया गया। इस योजना के संचालन की एक-एक पहलुओं को ध्यान में रखकर अंततः आज नारी शक्ति से जुड़ी इस महत्वाकांक्षी योजना की विधिवत शुरुआत हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार शुरुआती दिनों से ही हेड क्वार्टर से नहीं बल्कि गांव से चल रही है। जब गांव मजबूत होगा तभी सरकार मजबूत होगी इसी उद्देश्य के साथ कार्य किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर सब कुछ अच्छा हुआ होता तो यह महत्वाकांक्षी योजना आज नहीं बल्कि एक साल पहले धरातल पर उतर गई होती। राज्य सरकार की योजनाओं पर कुछ तत्वों द्वारा अनेक प्रकार से रोड़ा लगाने का काम किया जाता है। ऐसे लोगों से हम सभी को सावधान रहने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छी बात यह है कि देर से ही सही पर दुरुस्त तरीके से यह योजना अब अनवरत बिना रुकावट चलती रहेगी।
हेमंत ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के आदिवासी, मूलवासी, दलित, शोषित, पिछड़े सहित सभी वर्ग-समुदाय के लोगों के उत्थान और सर्वांगीण विकास लिए कई जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रतिबद्धता के साथ धरातल पर उतारने का काम किया है। राज्य सरकार ने पिछले साढ़े चार वर्षों में सभी वर्ग-समुदाय के लोगों को उनका हक-अधिकार देने का काम कर दिखाया है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 105.8015 करोड़ रुपए की 215 योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया। इसमें 32.877 करोड़ रुपए की 14 योजनाओं का उद्घाटन और 72.9244 करोड़ रुपए की 201 योजनाओं की आधारशिला रखी। मौके पर मुख्यमंत्री ने कुल 65948 लाभुकों के बीच 126.1593 करोड़ रुपए की परिसंपत्तियों का वितरण भी किया।