Thursday, July 3, 2025
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ग्रीष्म ऋतु, आदिवासी और महुआ की कहानी

रसीले फूलों से लेकर उनके सूखने और फिर बोतलों में बंद होने तक स्वाद से भरपूर महुआ शराब की कहानी कुछ अलग ही है। गर्मी के इस मौसम में आदिवासी संस्कृति के अभिन्न अंग इस शानदार पेय के बारे में The Indian Tribal की विस्तृत रिपोर्ट

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झारखण्ड की एक और युवा आदिवासी लेखिका ने साहित्य जगत में लहराया परचम

राजधानी रांची के राम लखन सिंह यादव कॉलेज में कार्यरत इस सहायक प्राध्यापक का चयन हिंदी भाषा के साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार-२०२५ के लिए हुआ है। इससे पहले 2022 में भी राज्य के कोल्हान क्षेत्र की एक आदिवासी सहायक प्राध्यापक को इस पुरस्कार से नवाज़ा गया था। The [...]

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झारखंड में बनेगा जनजातीय विश्वविद्यालय 

विगत कई वर्षो से क्षेत्रीय-जनजातीय भाषा विज्ञान व जनजातीय विषयों पर शोध कार्य करने वाले विशेषज्ञों, जानकारों, शिक्षाविद के द्वारा झारखंड में जनजातीय विश्वविद्यालय खोलने की मांग की जा रही थी। The Indian Tribal की रिपोर्ट 

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जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के गौरव को चित्रों में उकेरने की अनूठी पहल

इस वर्ष धरती आबा बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती का ऐतिहासिक उत्सव मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार एवं झारखंड सरकार के संयुक्त तत्वावधान में राज्य-स्तरीय जनजातीय चित्रकार शिविर का आयोजन किया जा रहा है । The Indian Tribal की रिपोर्ट

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अहोवी : मेघालय की संस्कृति का दूत गारो बैंड

गारो लोकगीत और संस्कृति को पुनर्जीवित कर रहा है सात सदस्यों वाला फोक फ्यूजन बैंड। शुरू में प्रायोगिक तौर पर शुरू हुआ यह बैंड आज अपने अनूठे संगीत के माध्यम से नई पहचान गढ़ता जा रहा है। बैंड और इसके सदस्यों की संघर्षपूर्ण यात्रा के बारे में [...]

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मोबाइल रेडियो ने उठाया असुर भाषा को बचाने का बीड़ा

पिछले तीन वर्षों से सबसे प्राचीन और कमजोर जनजातीय समूहों में से एक की लुप्तप्राय असुर भाषा को संरक्षित करने और उसे बढ़ावा देने की अनूठी पहल शुरू की है झारखंड के स्वदेशी मोबाइल रेडियो ने। क्या है यह पहल, बता रहे हैं सुधीर कुमार मिश्रा

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आधुनिक खेलों की चमक में गुम हुआ यह दिलचस्प आदिवासी खेल

आदिवासियों का बहुत ही मनोरंजक खेल कटी अब धीरे-धीरे मैदानों से गायब हो रहा है। इसे ओडिशा के मयूरभंज जिले और झारखंड के कोल्हान क्षेत्र में संथाल आदिवासी जनजातियों के युवा खेलते हैं, लेकिन इस पारंपरिक खेल पर प्रमुख खेल क्लबों और राज्य सरकारों की उपेक्षा भारी पड़ [...]

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देश की नई रग्बी स्टार हैं ये आदिवासी लड़कियां

ओडिशा के आदिवासी बहुल मयूरभंज जिले में बहुत ही गरीब परिवारों से ताल्लुक रखने वाली ये लड़कियां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रदेश और क्षेत्र-समाज का नाम रोशन कर रही हैं। इन उभरते सितारों और इन्हें गढ़ने वाली शख्सियत से रूबरू करा रहा है The Indian Tribal [...]

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कभी थे लोक नर्तक, अब फ्यूजन बैंड के सितारे

धीरे-धीरे लुप्त हो रही संगीत की विरासत को बचाने-सहेजने के लिए कुछ करने के अहसास ने सिक्किम के दो भाइयों- किंगचुम और नामचुंग को लेप्चा लोक फ्यूजन बैंड बनाने को प्रेरित किया और आज दोनों संगीत के फलक पर सितारों की मानिंद चमक रहे हैं। उनकी प्रेरक कहानी [...]

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सूखे बुंदेलखंड को अपनी विरासत का मोह

मध्य प्रदेश के छतरपुर और दमोह जैसे जिलों में आदिवासी भले पानी की कमी और गरीबी से जूझ रहे हों, लेकिन वे अपने घरों की दीवारों, दरवाजों और खिड़कियों के आसपास के क्षेत्र को भित्तिचित्रों के माध्यम से सुंदर रूप देना नहीं भूलते। उनकी इसी रचनात्मकता पर पेश [...]

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705
Individual ethnic groups are notified as Scheduled Tribes as per Census 2011
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