लखनऊ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनजातीय युवाओं को शिक्षा पर जोर देने को कहा है और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का उदहारण दिया है। उन्होंने कहा कि भारत की प्रथम नागरिक जनजातीय समुदाय से ही आती हैं। ऐसा इसलिए सम्भव हुआ, क्योंकि उन्होंने अपनी शिक्षा जारी रखी और कभी हार नहीं मानी। हमें मेहनत का रास्ता अपनाना चाहिए। हमारी भाषा भले ही अलग-अलग हो लेकिन भाव एक ही है।
उन्होंने ये विचार 17वें जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के अन्तर्गत लखनऊ भ्रमण पर आए मध्य प्रदेश, झारखण्ड, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ एवं ओडिशा राज्य के २०० प्रतिभागियों के साथ सोमवार को संवाद करते हुए व्यक्त किया। यह कार्यक्रम 25 सितंबर से प्रारंभ हुआ है और 1 अक्टूबर तक चलेगा।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि भारत की प्राचीन ज्ञान की धरोहर जंगलों में ही रची गयी है और इस प्रकार आदिवासी समाज हमारी गौरवशाली ऋषि परम्परा का वाहक है। उन्होंने कहा कि जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के माध्यम से प्रतिभागियों को अलग-अलग राज्यों की संस्कृति को जानने का अवसर मिलेगा, जो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ संकल्प का अच्छा उदाहरण है। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के लिए आदिवासी युवाओं व अन्य सभी समाजों का सामूहिक प्रयास होना चाहिए। जनजातीय समाज के लोगों को प्रधानमंत्री के विकसित भारत के संकल्प के साथ जुड़कर देश को आगे बढ़ाना है।
अच्छी चीजों को जीवन में अंगीकार करना चाहिए। सकारात्मक दृष्टि हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है तथा नकारात्मक दृष्टि विघटन व विनाश का कारण बनती है। विकास की सकारात्मक सोच को हमें आगे बढ़ाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा विजन बड़ा होना चाहिए। आदिवासी युवाओं द्वारा देश के लिए दिया गया योगदान अन्य लोगों के लिए प्रेरणा बनेगा।
बाबा साहब डॉ0 भीमराव आंबेडकर द्वारा रचित संविधान के लागू होने के 75 वर्ष पूर्ण हुए हैं। संविधान के आधार पर देश का कानून चलता है। धरती आबा भगवान बिरसा मुण्डा का भी यह 150वाँ जयन्ती वर्ष है, जिन्होंने समाज के अधिकारों की रक्षा के लिए अंग्रेजों के साथ संघर्ष किया तथा जनजातीय समाज को संगठित कर भारत की धरती से विदेशी हुकूमत को भागने के लिए मजबूर किया।

भगवान श्रीराम का जन्म उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हुआ था। वनवास के दौरान वह जनजातीय समाज के सबसे बड़े मित्र बने। अयोध्या से श्रीलंका जाते समय वह अपने साथ सेना नहीं ले गए थे, बल्कि जनजातीय लोगों के साथ मित्रता की व आगे के अभियान में उनका सहयोग प्राप्त किया। आज भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में भव्य मन्दिर का निर्माण हो गया है। 08 से 10 वर्ष पूर्व अयोध्या में बहुत संकरी सड़कें हुआ करती थी। आज अयोध्या काफी विकसित हो गया है। हमें अयोध्या और लखनऊ को विकास का मॉडल बनाना चाहिए।
विकास व सुरक्षा एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। सुरक्षा के बिना विकास सम्भव नहीं है। बेरोजगारी दूर करने के लिए विकास आवश्यक है तथा विकास के लिए सुरक्षा आवश्यक है। जनजातीय समाज के जागरूक युवा विकास के एजेण्डे को लोगों के एजेण्डे के साथ जोड़कर इस विकास कार्य को आगे बढ़ा सकते हैं। हमें विकास से नहीं भटकना है। विकास को गति देने के लिए प्रदेश में स्मार्ट सिटी जैसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जिससे मूलभूत सुविधाओं में वृद्धि होगी। जनजातीय क्षेत्रों में भी इस कार्य को आगे आगे बढ़ाना है। विकसित भारत का सपना प्रधानमंत्री जी के पंचप्रण को अंगीकार कर साकार किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश, देश का पहला राज्य है, जहां सभी आदिवासी परिवारों का सरकारी योजनाओं से पूर्ण संतृप्तीकरण हो चुका है। प्रत्येक आदिवासी परिवार के पास जमीन, मकान, पेयजल, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड व रोजगार आदि की सुविधाएं उपलब्ध हैं। सभी जगह खुशहाली है और आदिवासी समाज विकास की मुख्य धारा से जुड़ा हुआ है।
योगी ने 28 सितम्बर, 2025 को आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाली 05 विजेता टीमों को सम्मानित किया।