• About
  • Contact
  • Sitemap
  • Gallery
No Result
View All Result
Vacancies
Wednesday, June 18, 2025
The Indian Tribal
  • Home
  • Achievers
    • उपलब्धिकर्ता
  • Cuisine
    • खान पान
  • Health
    • स्वास्थ्य
  • Legal
    • कानूनी
  • Music
    • संगीत
  • News
    • Updates
    • खबरें
  • Sports
    • खेलकूद
  • Variety
    • विविध
  • हिंदी
    • All
    • आदिवासी
    • उपलब्धिकर्ता
    • कला और संस्कृति
    • कानूनी
    • खबरें
    • खान पान
    • खेलकूद
    • जनजाति
    • भारत
    • विविध
    • संगीत
    • संस्कृति
    • स्वास्थ्य
    The Indian Tribal

    आयोग लाएगा आदिवासी ज़मीन की खरीद-बिक्री पर थाना क्षेत्र की बाध्यता पर स्पष्टता

    झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने सोमवार को 1 लाख 45 हजार 400 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट प्रस्तुत किया।

    झारखंड में बनेगा जनजातीय विश्वविद्यालय 

    The Indian Tribal

    सौर ऊर्जा ने भगाया अंधेरा, झिलमिला उठे आदिवासियों के भविष्य के सपने

    The Indian Tribal

    जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के गौरव को चित्रों में उकेरने की अनूठी पहल

    The Indian Tribal

    झारखण्ड के महान विभूतियों की संघर्ष गाथा हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन

    The Indian Tribal

    खरसावां शहीद स्मारक को विश्व पटल पर एक अलग पहचान दिलाएंगे: हेमन्त सोरेन

    Bastar Touris,

    इंजीनियरिंग ग्रेजुएट ने पर्यटन गाइड बन आदिवासी जीवन को दुनिया के समक्ष लाने का बीड़ा उठाया है

    Surrendered Naxalites - The Indian Tribal

    कभी थी पुलिस उनके पीछे, आज पुलिस बन वे नक्सलियों के पीछे

  • Gallery
    • Videos
  • Latest News
The Indian Tribal
  • Home
  • Achievers
    • उपलब्धिकर्ता
  • Cuisine
    • खान पान
  • Health
    • स्वास्थ्य
  • Legal
    • कानूनी
  • Music
    • संगीत
  • News
    • Updates
    • खबरें
  • Sports
    • खेलकूद
  • Variety
    • विविध
  • हिंदी
    • All
    • आदिवासी
    • उपलब्धिकर्ता
    • कला और संस्कृति
    • कानूनी
    • खबरें
    • खान पान
    • खेलकूद
    • जनजाति
    • भारत
    • विविध
    • संगीत
    • संस्कृति
    • स्वास्थ्य
    The Indian Tribal

    आयोग लाएगा आदिवासी ज़मीन की खरीद-बिक्री पर थाना क्षेत्र की बाध्यता पर स्पष्टता

    झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने सोमवार को 1 लाख 45 हजार 400 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट प्रस्तुत किया।

    झारखंड में बनेगा जनजातीय विश्वविद्यालय 

    The Indian Tribal

    सौर ऊर्जा ने भगाया अंधेरा, झिलमिला उठे आदिवासियों के भविष्य के सपने

    The Indian Tribal

    जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के गौरव को चित्रों में उकेरने की अनूठी पहल

    The Indian Tribal

    झारखण्ड के महान विभूतियों की संघर्ष गाथा हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन

    The Indian Tribal

    खरसावां शहीद स्मारक को विश्व पटल पर एक अलग पहचान दिलाएंगे: हेमन्त सोरेन

    Bastar Touris,

    इंजीनियरिंग ग्रेजुएट ने पर्यटन गाइड बन आदिवासी जीवन को दुनिया के समक्ष लाने का बीड़ा उठाया है

    Surrendered Naxalites - The Indian Tribal

    कभी थी पुलिस उनके पीछे, आज पुलिस बन वे नक्सलियों के पीछे

  • Gallery
    • Videos
  • Latest News
No Result
View All Result
The Indian Tribal
No Result
View All Result
  • Home
  • Achievers
  • Cuisine
  • Health
  • Legal
  • Music
  • News
  • Sports
  • Variety
  • हिंदी
  • Gallery
  • Latest News
Vacancies
Home » द इंडियन ट्राइबल / हिंदी » विविध » क्या वाकई इस पहाड़ पर चढऩे से 10 साल बढ़ जाती है जवानी और उम्र?

क्या वाकई इस पहाड़ पर चढऩे से 10 साल बढ़ जाती है जवानी और उम्र?

इस 500 फीट ऊंची पहाड़ी से जुड़ी यही लोकप्रिय मान्यता हर साल सर्दियों के दौरान आदिवासियों को यहां खींच लाती है। क्या जवान क्या बूढ़े सभी का यहाँ लग जाता है जमघट, बता रहे हैं सुधीर कुमार मिश्रा

April 2, 2023
सुकवन बुरु पर्वत पर मेले में एकत्र आदिवासी युवक युवतियां

सुकवन बुरु पर्वत पर मेले में एकत्र आदिवासी युवक युवतियां

रांची

दिसंबर के महीने में पूर्णिमा की रात के नौ दिन बाद आदिवासी, विशेष रूप से मुंडा समाज के लोग, झारखण्ड के खूंटी जिले के मारनघड़ा पंचायत में सुकवन बुरु पर्वत पर एकत्र होते हैं और पूजा अर्चना करते हैं। जिला मुख्यालय से लगभग 40 किमी पूर्व और राजधानी रांची से 64 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस पर्वत पर सदियों से यह परम्परा चली आ रही है।आदिवासियों की मान्यता है कि पर्वत भगवान यानी सुकवन बुरु बोंगा ही उनकी सभी जरूरतों का ख्याल रखते हैं और सभी तरह के प्राणियों के सह-अस्तित्व को बढ़ावा देते हैं। सुकवन बुरु को एक तरह से तीन गांवों- दुलमी, तोतादा और सुकवंडीह का मिलन बिंदु भी कह सकते हैं।

इस पर्वत के बारे में एक लोकप्रिय मान्यता यह है कि जो व्यक्ति इस पहाड़ की चोटी पर चढ़ जाता है, उसकी उम्र दस साल बढ़ जाती है या वह दस साल और जवान रह सकता है। हालांकि संयोग से इस पहाड़ पर चढ़ाई कोई बहुत मुश्किल नहीं है। किसी भी उम्र के लोग इस पर आसानी से चढ़ सकते हैं। यही वजह है कि कभी विदेशी आक्रमणकारियों, जमींदारों और साहूकारों के खिलाफ विद्रोह के दौरान मुंडा योद्धाओं की सामरिक चौकी के तौर पर इस्तेमाल की जाने वाली पहाड़ी आदिवासियों को आकर्षित करती है।

जब सूरज ढलने लगता है तब लोग पहाड़ी से वापस अपने घरों को जाना शुरू करते हैं
जब सूरज ढलने लगता है तब लोग पहाड़ी से वापस अपने घरों को जाना शुरू करते हैं

कई इतिहासकारों और मानव शास्त्रियों का मानना है कि इस गांव के मूल निवासी इस पहाड़ की चोटी पर डेरा डाले रहते थे ताकि मैदानी इलाकों में घूमते अपने दुश्मनों की हर गतिविधि पर नजर रख सकें। यही नहीं, वे विदेशी आक्रमणकारियों से अपनी जमीन और संस्कृति को बचाने के लिए इसी पहाड़ पर बैठकर रणनीति तैयार करते थे। एक तरह से कहा जाए तो सुकवन बुरु पर्वत मुंडा योद्धाओं के सबसे महत्वपूर्ण आधार शिविरों में से एक था।

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के मानवशास्त्र (नृविज्ञान) के शिक्षक एवं लुप्तप्राय भाषाओं के अंतरराष्ट्रीय प्रलेखन केंद्र के निदेशक डॉ. अभय सागर मिंज ने बताया कि यह पर्वत इसलिए भी बहुत पवित्र माना जाता है, क्योंकि ऐसी मान्यता है कि क्षेत्र में वर्षा इसी पर्वत के कारण होती है। पर्वत हवाओं की गति को नियंत्रित कर उन्हें ऊपर की ओर जाने के लिए बाध्य करते हैं, अंतत: जिससे वर्षा होती है।

युवाओं की जवानी दस साल और बरकरार रहने के सवाल पर The Indian Tribal से बात करते हुए डॉ. अभय कहते हैं कि यह तो प्राकृतिक रूप से होगा ही। वह तर्क देते हैं कि यह पर्वत 500 फीट ऊँचा है और इस ऊंचाई को पार कर चोटी पर वही व्यक्ति पहुंच सकता है जो स्वभाविक रूप से शारीरिक तौर पर फिट होगा और, फिट वह होगा जो नियमित रूप से व्यायाम करेगा। जो व्यक्ति इस पहाड़ की चोटी पर दोबारा आने की तमन्ना रखता है, उसे अपने आप को तंदरुस्त रखना ही होगा।

1982 की घटना का ज़िक्र इस पत्थलगड़ी पर वर्णित है

यहां पाहन और पुजारा (आदिवासी पुजारी) के अनुष्ठान के साथ बहुत सवेरे से उत्सव शुरू हो जाता है। यहां आने वाले भक्त आदिवासियों के हितों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि भी देते हैं। उन शहीदों के नाम यहां पत्थलगढ़ी में खुदे हुए हैं। मालूम हो कि वर्ष 1982 में इस पहाड़ के ऊपर एक टावर लगाने का विरोध करते हुए सैकड़ों आदिवासी सरकारी तंत्र से भिड़ गए थे।

पारंपरिक पूजा अनुष्ठान के बाद पूरे दिन मेला लगता है। इस मेले में दूर-दराज के क्षेत्रों से लोग अपने परिवारों के साथ आते हैं और उत्सव मनाते हैं। यूं तो कई स्थानीय परंपराएं यहां निभाई जाती हैं, लेकिन पतंगबाजी इस मेले का मुख्य आकर्षण होती है।

अलग-अलग तरह की रंग-बिरंगी छोटी-बड़ी पतंगें उड़ाई जाती हैं। ये सभी पतंगे स्थानीय स्तर पर ही बनाई जाती हैं। एक से बढक़र एक शौकीन कलाकार पतंगबाजी में हिस्सा लेते हैं। वे पतंग उड़ाने के लिए पेड़ों पर पाये जाने वाले चिपचिपे पदार्थ और घास से निर्मित मांझे का इस्तेमाल करते हैं। यहां उड़ाई जाने वाली पतंगे अलग-अलग आकार की होती हैं। कई तो पतंगबाज की ऊंचाई से भी अधिक बड़ी होती हैं।

विशेषज्ञ बताते हैं कि पतंगबाजी तो खूब होती है, लेकिन यहां कोई प्रतियोगिता नहीं होती है। कोई किसी की पतंग नहीं काटता। शौक में ही पतंगबाज अपने जौहर दिखाते हैं। मेले में कई पारंपरिक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं, लेकिन इनमें भी कोई मुकाबला नहीं होता। ऐसी मान्यता है कि यह मिलन, यह उत्सव सभी लोगों और जीवों के सह-अस्तित्व का त्योहार है, जिसे उसी भावना के साथ मनाया जाता है।

डॉ. राम दयाल मुंडा ट्राइबल रिसर्च इंस्टीट्यूट के निदेशक रणेंद्र कुमार ने The Indian Tribal को बताया कि अब इस मेले और पूजा-अनुष्ठान का दायरा काफी बढ़ गया है। पहले, बुरु बोंगा (पर्वत) भगवान की पूजा के लिए मुख्य रूप से मारनघड़ा पंचायत के तीन गांवों में रहने वाले मुंडा समाज के लोग ही एकत्र होते थे, लेकिन अब तो रांची, खूंटी, गुमला और सिमडेगा जैसे आसपास के जिलों के मुंडा भी इस उत्सव में सक्रिय रूप से हिस्सा लेते हैं। मेले में भारी भीड़ जुटती है। पिछले साल का उत्सव 16 दिसंबर को मनाया गया था। आदिवासी पूरी सर्दियों के दौरान इस पहाड़ी पर चढ़ते और पूजा-अनुष्ठान करते हैं।

Root Woot | Online Puja Samagri Root Woot | Online Puja Samagri Root Woot | Online Puja Samagri

In Numbers

49.4 %
Female Literacy rate of Scheduled Tribes

Web Stories

Bastar’s Famed Tuma Craft On Verge Of Extinction
Bastar’s Famed Tuma Craft On Verge Of Extinction
By The Indian Tribal
7 Tribal-linked Odisha Products Get GI Tag
7 Tribal-linked Odisha Products Get GI Tag
By The Indian Tribal
Traditional Attire Of Pawara Tribeswomen Losing Its Charm
Traditional Attire Of Pawara Tribeswomen Losing Its Charm
By The Indian Tribal
Tuma Art Going Extinct
Tuma Art Going Extinct
By The Indian Tribal

Update

Jual Oram reviews Yoga Day preparations

Chairing the high-level review meeting to assess the Ministry’s preparedness for the observance of the 10th Anniversary of the International Day of Yoga in New Delhi, Minister of Tribal Affairs Jual Oram on Monday emphasized on the need for inclusive and community-led celebrations. The Yoga Day celebrations are being organized as a key component of the ongoing nationwide awareness and benefit saturation campaign, Dharti Aaba Janbhagidari Abhiyan. The Minister also called for effective convergence with the Ministries of AYUSH, State Tribal Welfare Departments, Tribal Research Institutes, EMRSs, Ashram Schools, TRIFED, NSTFDC, and other stakeholders to ensure successful Yoga Day celebrations. Underlining the importance of Yoga, the Minister said that it is not just an exercise but a path to harmony between body, mind, and spirit.
The Indian Tribal
Adivasi

SHGs Make PVTG Kamar Women Self-Dependent

by The Indian Tribal
May 24, 2025

Marginalised tribal women in a nondescript village in Chhattisgarh’s Baloda Bazar district are much enterprising in their endeavours, finds out Deepanwita Gita Niyogi as she takes a walk around

The Indian Tribal

आयोग लाएगा आदिवासी ज़मीन की खरीद-बिक्री पर थाना क्षेत्र की बाध्यता पर स्पष्टता

May 21, 2025
The Indian Tribal

Conservation And Education Go Hand-In-Hand In Kanha Tiger Reserve

May 5, 2025
The Indian Tribal

Reluctant Tribals Try Their Hands On Strawberry Farming In Odisha

April 26, 2025
Mahua flowers, The Indian Tribal

Of Summers, Mahua And Tribals

April 20, 2025
The Indian Tribal

Once Much Sought-After, Santali Jatra Troupes Gasping For Breath Now

March 19, 2025
Tags: jharkhandMountain Of YouthfulnessMunda CultureSukwan BuruThe Indian TribalThe Indian Tribal VarietyTribal Belief
Previous Post

यहाँ आदिवासी समुदाय के खूबसूरत चांदी के आभूषण लुप्त हो रहे हैं

Next Post

क्या है सरना और क्यों तेज हुई इसे धर्म बनाने की मांग?

Top Stories

The Indian Tribal
Achievers

Bhunjia Tribals Do The Unthinkable: Produce Pomegranates On Wasteland

May 30, 2025
The Indian Tribal
Adivasi

Tribal Youth Assaulted, Tied To Electric Pole In Kerala; 2 Arrested

May 28, 2025
Andaman And Nicobar Islands
News

Tribal Affairs Ministry Examining Objections To Great Nicobar Project: Jual Oram

May 27, 2025
Load More
Next Post
Tribes Of India - Worshipping ‘Sarna’ or Sal tree

क्या है सरना और क्यों तेज हुई इसे धर्म बनाने की मांग?

The poor tribal was beaten to death by a mob

Tribal Madhu Murder Case: 14 Found Guilty, 2 Acquitted

  • About Us
  • Contact
  • Team
  • Redressal
  • Copyright Policy
  • Privacy Policy And Terms Of Use
  • Disclaimer
  • Sitemap

  • Achievers
  • Cuisine
  • Health
  • Hindi Featured
  • India
  • News
  • Legal
  • Music
  • Sports
  • Trending
  • Chhattisgarh
  • Delhi
  • Gujarat
  • Jammu & Kashmir
  • Jharkhand
  • Kerala
  • Madhya Pradesh
  • Maharashtra
  • North East
  • Arunachal Pradesh
  • Assam
  • Manipur
  • Meghalaya
  • Mizoram
  • Nagaland
  • Sikkim
  • Tripura
  • Odisha
  • Telangana
  • West Bengal
  • Political News
  • Variety
  • Art & Culture
  • Entertainment
  • Adivasi
  • Tribal News
  • Scheduled Tribes
  • हिंदी
  • उपलब्धिकर्ता
  • कानूनी
  • खान पान
  • खेलकूद
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • संगीत
  • विविध
  • कला और संस्कृति
  • खबरें
  • असम की ताज़ा ख़बरें
  • अरुणाचल प्रदेश की ताज़ा ख़बरें
  • ओडिशा की ताज़ा ख़बरें
  • केरल की ताज़ा ख़बरें
  • गुजरात की ताज़ा ख़बरें
  • छत्तीसगढ़
  • जम्मू और कश्मीर की ताज़ा ख़बरें
  • झारखंड न्यूज़
  • तेलंगाना की ताज़ा ख़बरें
  • दिल्ली
  • नॉर्थईस्ट की ताज़ा ख़बरें
  • पश्चिम बंगाल की ताज़ा ख़बरें
  • मध्य प्रदेश की ताज़ा ख़बरें
  • महाराष्ट्र की ताज़ा ख़बरें
  • त्रिपुरा की ताज़ा ख़बरें
  • नागालैंड की ताज़ा ख़बरें
  • मणिपुर की ताज़ा ख़बरें
  • मिजोरम की ताज़ा ख़बरें
  • मेघालय की ताज़ा ख़बरें
  • सिक्किम की ताज़ा ख़बरें
  • राजस्थान की ताज़ा ख़बरें

About Us

The Indian Tribal is India’s first bilingual (English & Hindi) digital journalistic venture dedicated exclusively to the Scheduled Tribes. The ambitious, game-changer initiative is brought to you by Madtri Ventures Pvt Ltd (www.madtri.com). From the North East to Gujarat, from Kerala to Jammu and Kashmir — our seasoned journalists bring to the fore life stories from the backyards of the tribal, indigenous communities comprising 10.45 crore members and constituting 8.6 percent of India’s population as per Census 2011. Unsung Adivasi achievers, their lip-smacking cuisines, ancient medicinal systems, centuries-old unique games and sports, ageless arts and crafts, timeless music and traditional musical instruments, we cover the Scheduled Tribes community like never-before, of course, without losing sight of the ailments, shortcomings and negatives like domestic abuse, alcoholism and malnourishment among others plaguing them. Know the unknown, lesser-known tribal life as we bring reader-engaging stories of Adivasis of India.

Follow Us

All Rights Reserved

© 2024 Madtri Ventures [P] Ltd.

No Result
View All Result
  • Home
  • Achievers
  • Cuisine
  • Health
  • Health
  • Legal
  • Music
  • News
  • Sports
  • Variety
  • हिंदी
    • उपलब्धिकर्ता
    • खान पान
    • कानूनी
    • खेलकूद
    • खेलकूद
    • संगीत
    • संगीत
    • स्वास्थ्य
    • स्वास्थ्य
    • विविध
  • Gallery
  • Videos

© 2024 Madtri Ventures [P] Ltd.

Bastar’s Famed Tuma Craft On Verge Of Extinction 7 Tribal-linked Odisha Products Get GI Tag Traditional Attire Of Pawara Tribeswomen Losing Its Charm Tuma Art Going Extinct