भारत में दूरदराज के आंतरिक ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बहुत खराब हैं। रूढि़वादी परंपराएं और सदियों पुरानी अस्वच्छता की आदतें अभी भी बीमारियों और यहां तक कि कई बार मौतों कारण बनती हैं। रियासी जिला विकास परिषद (डीडीसी) की निर्वाचित प्रतिनिधि बकरवाल आदिवासी यास्मीन बाजी अपने दूरदराज के गांव चसाना में विशेष रूप से बालिकाओं के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की उम्मीद कर रही हैं।
इसके लिए वह अथक प्रयास भी कर रही हैं। वह उत्साह से कहती हैं कि मैं दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में जगह-जगह समाज के विभिन्न वर्गों के लिए चिकित्सा शिविर आयोजित करने पर विचार कर रही हूं। हम इसके लिए पुलिस और सेना की मदद भी लेंगे।

रियासी जिला विकास परिषद की यास्मीन बाजी स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार करने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही हैं। विशेष रूप से महिलाओं के लिए वह बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना चाहती हैं।
हालांकि, बाजी की मुख्य चिंताएं स्थानीय अस्पताल को लेकर हैं। रियासी में गोटा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एक निर्माणाधीन इमारत में चल रहा है। ऊपर से यहां कोई डॉक्टर भी नहीं है और प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी भी मुश्किल से ही मिलेंगे। इसलिए बीमार लोग यहां इलाज कराने आने से परहेज ही करते हैं। मोटरगाड़ी चलने योग्य सडक़ यहां से लगभग 10 किमी दूर है। गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार रोगियों को अक्सर चारपाई पर लिटा कर यहां से बहुत दूर अस्पताल ले जाना पड़ता है।
क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की इतनी बदतर स्थिति से चिंतित यास्मीन बाजी ने पिछले साल इस दिशा में कुछ करने की ठानी। उन्होंने स्थानीय लोगों के भरोसे डीडीसी का चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया। क्षेत्र में मेहनत की और लोगों के सामने अपना विजन रखा। इग्नू से स्नातक बाजी चुनाव जीत गईं। उन्होंने अपने क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए पीएचसी भवन के निर्माण को पूरा करने के लिए तुरंत अभियान शुरू कर दिया।

निर्माण कार्यों के लिए आज बाजी जारी 21 लाख रुपये का अनुदान प्राप्त करने में सफल रही हैं। वह अब संपर्क मार्गों की स्थिति में सुधार के लिए अपने निर्वाचन के दूरदराज के क्षेत्रों में लंबित सडक़ कार्य को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।
बाजी का कहना है कि सुग्गा और हंसोट के बीच एक पुल को भी मंजूरी दे दी गई है, लेकिन अब तक धनराशि जारी नहीं की गई है। बाजी कहती हैं कि वह अपने स्तर पर धन प्राप्त करने की पूरी कोशिश कर रही हैं, ताकि निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जा सके। बाजी इस बात पर जोर देकर कहती हैं कि उनका ध्यान राजनीति पर नहीं है। वह कहती हैं कि मैं स्थानीय लोगों की शिकायतों का हर हाल में समाधान करना चाहती हैं।