Thursday, August 28, 2025
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दिशोम गुरु शिबू सोरेन और भारत रत्न की बहस

भारत रत्न उन व्यक्तित्वों को दिया जाता है जिन्होंने राजनीति, समाज, साहित्य या विज्ञान के क्षेत्र में अमिट छाप छोड़ी हो। अगर इसी कसौटी पर शिबू सोरेन को देखें, तो उनका योगदान किसी भी मायने में कम नहीं है।

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साहस, समर्थन और स्ट्रॉबेरी: ओडिशा के क्योंझर में आदिवासी किसानों की नई फसल क्रांति

ओडिशा के क्योंझर जिले में परंपरागत रूप से सब्जी की खेती करने वाले कई आदिवासी किसानों ने आईटीडीए के आग्रह पर स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू तो कर दी,  लेकिन झिझक भी रहे हैं। किसानों की हिचकिचाहट का कारण और नए प्रयोग में सफलता-असफलता पर निरोज रंजन मिश्र की [...]

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झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन का दशकर्म, संस्कार भोज संपन्न

उनके नेमरा, रामगढ़ स्थित आवास पर केंद्रीय रक्षा मंत्री और तेलंगाना के मुख्यमंत्री सहित कई नेताओं ने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से मुलाकात की और दिशोम गुरु को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। भोज में हज़ारों-हज़ार की संख्या में ग्रामीण भी सम्मिलित हुए। The Indian Tribalकी रिपोर्ट

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आदिवासी महोत्सव: झारखण्ड की सांस्कृतिक गरिमा, अस्मिता और आधुनिकता का होगा जीवंत प्रस्तुतीकरण

जनजातीय कलाकारों द्वारा झांकी के माध्यम से झारखंड की समृद्ध आदिवासी कला संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए रीझ रंग रसिका का प्रदर्शन विभिन्न चौक चौराहों से होते हुए कार्यक्रम स्थल तक संपन्न होगा। The Indian Tribalकी रिपोर्ट

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आदिवासी महोत्सव 2025 के लिए जागरूकता रथ रवाना

राजधानी रांची से जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना। पूरे राज्य में जन-जन तक पहुंचाएगा महोत्सव से जुड़ी जानकारी, महत्व और संदेश। The Indian Tribal की रिपोर्ट

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विशुद्ध मनोरंजन के साथ साथ अहम् जानकारियाँ भी देते हैं ये आदिवासी कलाकार

पिछले दो दशकों से भी अधिक समय तक चार अलग-अलग भाषाओं में मंच पर सामाजिक मुद्दों की प्रस्तुति कर रहा है यह दल। निरोज रंजन मिश्रा ने इस आदिवासी समूह की प्रेरक शक्ति से मुलाकात की

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हताशा से आत्मविश्वास तक: दो शारीरिक रूप से अक्षम आदिवासियों की प्रेरक कहानी

ओडिशा के दो कोंध आदिवासियों के लिए ज़िंदगी तब पूरी तरह बदल गई जब बचपन में ही उन्होंने अपने अंगों की गतिशीलता खो दी। इससे वे गहरे अवसाद और निराशा में डूब गए। नीरोज रंजन मिश्र बता रहे हैं की अचानक ऐसा क्या हुआ कि जिससे उनकी [...]

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वन्य जीवों का संरक्षण और बच्चों की शिक्षा साथ-साथ

‘बाघों का घर’ नाम से मशहूर कान्हा टाइगर रिजर्व के 15 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों में 8 साल पहले छेड़ी गई एक मुहिम से 100 से अधिक छात्र लाभान्वित हो रहे हैं। अनूठी पहल के बारे में The Indian Tribal की खास रिपोर्ट

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ग्रीष्म ऋतु, आदिवासी और महुआ की कहानी

रसीले फूलों से लेकर उनके सूखने और फिर बोतलों में बंद होने तक स्वाद से भरपूर महुआ शराब की कहानी कुछ अलग ही है। गर्मी के इस मौसम में आदिवासी संस्कृति के अभिन्न अंग इस शानदार पेय के बारे में The Indian Tribal की विस्तृत रिपोर्ट

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झारखण्ड की एक और युवा आदिवासी लेखिका ने साहित्य जगत में लहराया परचम

राजधानी रांची के राम लखन सिंह यादव कॉलेज में कार्यरत इस सहायक प्राध्यापक का चयन हिंदी भाषा के साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार-२०२५ के लिए हुआ है। इससे पहले 2022 में कोल्हान की एक आदिवासी सहायक प्राध्यापक को इस पुरस्कार से नवाज़ा गया था। The Indian Tribal की [...]

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705
Individual ethnic groups are notified as Scheduled Tribes as per Census 2011
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