• About
  • Contact
  • Sitemap
  • Gallery
No Result
View All Result
Vacancies
Tuesday, July 1, 2025
The Indian Tribal
  • Home
  • Achievers
    • उपलब्धिकर्ता
  • Cuisine
    • खान पान
  • Health
    • स्वास्थ्य
  • Legal
    • कानूनी
  • Music
    • संगीत
  • News
    • Updates
    • खबरें
  • Sports
    • खेलकूद
  • Variety
    • विविध
  • हिंदी
    • All
    • आदिवासी
    • उपलब्धिकर्ता
    • कला और संस्कृति
    • कानूनी
    • खबरें
    • खान पान
    • खेलकूद
    • जनजाति
    • भारत
    • विविध
    • संगीत
    • संस्कृति
    • स्वास्थ्य
    The Indian Tribal

    ग्रीष्म ऋतु, आदिवासी और महुआ की कहानी

    The Indian Tribal

    झारखण्ड की एक और युवा आदिवासी लेखिका ने साहित्य जगत में लहराया परचम

    The Indian Tribal

    आयोग लाएगा आदिवासी ज़मीन की खरीद-बिक्री पर थाना क्षेत्र की बाध्यता पर स्पष्टता

    झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने सोमवार को 1 लाख 45 हजार 400 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट प्रस्तुत किया।

    झारखंड में बनेगा जनजातीय विश्वविद्यालय 

    The Indian Tribal

    सौर ऊर्जा ने भगाया अंधेरा, झिलमिला उठे आदिवासियों के भविष्य के सपने

    The Indian Tribal

    जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के गौरव को चित्रों में उकेरने की अनूठी पहल

    The Indian Tribal

    झारखण्ड के महान विभूतियों की संघर्ष गाथा हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन

    The Indian Tribal

    खरसावां शहीद स्मारक को विश्व पटल पर एक अलग पहचान दिलाएंगे: हेमन्त सोरेन

  • Gallery
    • Videos
  • Latest News
The Indian Tribal
  • Home
  • Achievers
    • उपलब्धिकर्ता
  • Cuisine
    • खान पान
  • Health
    • स्वास्थ्य
  • Legal
    • कानूनी
  • Music
    • संगीत
  • News
    • Updates
    • खबरें
  • Sports
    • खेलकूद
  • Variety
    • विविध
  • हिंदी
    • All
    • आदिवासी
    • उपलब्धिकर्ता
    • कला और संस्कृति
    • कानूनी
    • खबरें
    • खान पान
    • खेलकूद
    • जनजाति
    • भारत
    • विविध
    • संगीत
    • संस्कृति
    • स्वास्थ्य
    The Indian Tribal

    ग्रीष्म ऋतु, आदिवासी और महुआ की कहानी

    The Indian Tribal

    झारखण्ड की एक और युवा आदिवासी लेखिका ने साहित्य जगत में लहराया परचम

    The Indian Tribal

    आयोग लाएगा आदिवासी ज़मीन की खरीद-बिक्री पर थाना क्षेत्र की बाध्यता पर स्पष्टता

    झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने सोमवार को 1 लाख 45 हजार 400 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट प्रस्तुत किया।

    झारखंड में बनेगा जनजातीय विश्वविद्यालय 

    The Indian Tribal

    सौर ऊर्जा ने भगाया अंधेरा, झिलमिला उठे आदिवासियों के भविष्य के सपने

    The Indian Tribal

    जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के गौरव को चित्रों में उकेरने की अनूठी पहल

    The Indian Tribal

    झारखण्ड के महान विभूतियों की संघर्ष गाथा हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन

    The Indian Tribal

    खरसावां शहीद स्मारक को विश्व पटल पर एक अलग पहचान दिलाएंगे: हेमन्त सोरेन

  • Gallery
    • Videos
  • Latest News
No Result
View All Result
The Indian Tribal
No Result
View All Result
  • Home
  • Achievers
  • Cuisine
  • Health
  • Legal
  • Music
  • News
  • Sports
  • Variety
  • हिंदी
  • Gallery
  • Latest News
Vacancies
Home » द इंडियन ट्राइबल / हिंदी » विविध » कान्हा टाइगर रिजर्व – ढलानदार छत वाले खूबसूरत घरों में बसी आदिवासी संस्कृति

कान्हा टाइगर रिजर्व – ढलानदार छत वाले खूबसूरत घरों में बसी आदिवासी संस्कृति

मध्य प्रदेश के कान्हा टाइगर रिजर्व के आसपास दूर तक फैली हरियाली से घिरे कच्ची मिट्टी से बने ढलान वाली छत के दो मंजिले खूबसूरत घर हर किसी का मन मोह लेते हैं। पेश है The Indian Tribal की रिपोर्ट

January 29, 2024
The Indian Tribal | मध्य प्रदेश के कान्हा टाइगर रिजर्व | गुदमा गांव में भारी बारिश से बचने और भंडारण के लिए ढलानदार दोहरी छत वाला एक घर

गुदमा गांव में भारी बारिश से बचने और भंडारण के लिए ढलानदार दोहरी छत वाला एक घर (तस्वीरें: दीपान्विता गीता नियोगी)

मंडला/बालाघाट

मध्य प्रदेश के कान्हा टाइगर रिजर्व के प्रसिद्ध मक्की गेट के खूबसूरत परिदृश्य देखकर बड़ा ही सुकून मिलता है। लंबी चांदी सी सफेद केन घास मंद-मंद हवा में इधर-उधर हिलती-डुलती बिल्कुल प्रकृति की बलाए लेकर झूमती सी प्रतीत हो रही है। ऐसे अनगिनत प्राकृतिक नजारों के अलावा जो चीज सबसे अधिक ध्यान खींचती है, वे हैं यहां ढलानदार छत वाले कच्ची मिट्टी के दो तले घर। ये घर केवल रिहायश ही नहीं हैं, इनकी दरो-दीवारों पर, कमरों में, छत पर यानी हर जगह आदिवासी संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। 

कान्हा टाइगर रिजर्व के पास कुरकु ट्टी चेकपोस्ट पर तैनात भवानीलाल यादव इन प्राकृतिक दृश्यों को निहारते हुए अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। वह वन विभाग में 1980 से कार्यरत हैं। पूछने पर तपाक से कहते हैं, यहां जो कोई आता है, वह अभिभूत होकर यहीं का बन जाता है। 

मक्की रेंज में तैनात बीट गार्ड लक्ष्मी मरावी ने The Indian Tribal को बताया कि ये अनूठे घर इस तरह बने होते हैं कि परिवार बड़ा होने पर जरूरत पड़े तो इनके ऊपर एक और छत डालकर रहने की जगह तैयार की जा सके। घर के ऊपर वाले हिस्से को पाटन कहते हैं और इसमें अमूमन धान और ज्वार-बाजरा जैसे अनाज सुरक्षित रखे जाते हैं। वह बताती हैं कि पूरे कान्हा टाइगर रिजर्व के आसपास रहने वाले गोंड जनजाति के अधिकांश लोग इसी शैली में घर बनाते हैं।

Tribal Houses in Kanha, MP
सुकली बाई टेकाम कान्हा के बामनी गांव में अपनी बेटी के घर पर हैं

पास के बामनी गांव में गोंड समुदाय की सुकली बाई टेकम ने इन घरों की विशिष्टता के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि हमें हर साल घर की दीवार को गाय के गोबर से लीपना पड़ता है। वह बताती हैं कि कई घरों में ऊपरी कमरा या पाटन को स्टोर रूम के तौर पर भी इस्तेमाल नहीं किया जाता, लेकिन हर घर पर यह खूबसूरती बढ़ाने के लिए बनाया जाता है। यदि ऊपर स्टोर रूम बनाते हैं, तो मकान की ऊंचाई और बढ़ जाती है और अगर ऊंचाई कम रखते हैं, तो उसमें पाटन नहीं बनाया जाता। केवल हल्का ढलान बनाते हैं।

पड़ोसी मोवाला गांव की रहने वाली सुकली बाई बामनी गांव में अपनी बेटी के घर आई हुई थीं। यहां से उनका गांव पांच किलोमीटर दूर है और वह यहां तक पैदल ही चलकर आई हैं। वह बताती हैं कि इन घरों की दीवारों को मजबूती देने के लिए बनाते समय इनमें बाजरे के तिनके या भूसा मिलाया जाता है। इससे दीवारें इतनी मजबूत हो जाती हैं कि वर्षों तक यूं ही खड़ी रहती हैं। इन घरों की एक विशेषता यह है कि ये चिलचिलाती गर्मी के मौसम में भी ठंडे रहते हैं। 

Mud Houses of Kanha Tribals
मिट्टी की दीवारों पर हर साल प्लास्टर करना पड़ता है
Mud Houses of Kanha tribal
छत को सहारा देने वाली लकड़ी की बीम संरचनाएँ ध्यान देने योग्य हैं

सुकली बाई ने बताया कि घर बनाने के लिए पास के गांवों से मिट्टी लायी जाती है, लेकिन देखना होता है कि यह अच्छी गुणवत्ता की हो। कई जगह लोग दिवाली के आसपास अपने घरों की दीवारों को चूने से रंगते हैं। इससे इनकी खूबसूरती और बढ़ जाती है। मिट्टी के घरों को मजबूत लकड़ी की कड़ी का सहारा देकर रोका जाता है। इस तरह इनसे लगते और कमरे आसानी से बनाए जा सकते हैं।

ढलान वाली छत बनाने के बारे में गुडमा गांव में महार समुदाय के कुंदन लाल वासनिक कहते हैं कि यहां अत्यधिक बारिश में ढहने से बचाने के लिए घर की छत ढलानदार बनाई जाती है, ताकि पानी आसानी से नीचे आ सके और कहीं ठहरकर दीवारों में न रिसे। इन मकानों की छत पर लाल रंग की खपरैल डाली जाती हैं, जिन्हें मिट्टी से घर पर ही तैयार किया जाता है। बारिश के कारण ये खपरैल धीरे-धीरे खराब हो जाती हैं। इसलिए हर तीन-चार साल में इन्हें बदलना पड़ता है।

Tribal houses in Kanha
सानियारो तेकाम अंदर से दिखाते हैं कि कैसे पाटन और छत लकड़ी के बीम और बांस पर टिके हुए हैं

बंधा टोला गांव में एक बहुत ही खूबसूरत घर दिखा, जिसमें बड़ा सा स्टोर रूम भी था। उसमें अनाज भरा था। स्टोर रूम तक पहुंचने के लिए घर के अंदर ही सीढिय़ां बनी हुई थीं। इन सीढिय़ों पर अमूमन अंधेरा रहता है, क्योंकि ये घर के ऐसे हिस्से में बनी होती हैं, जहां सूरज की रोशनी नहीं पहुंच पाती। कमरे की छत मजबूत लकड़ी के भारी-भरकम लट्ठों या कड़ी डालकर रोकी जाती है। छत को सहारा देने के लिए ऐसे कड़ी खड़ी और पट दोनों तरह से रखी जाती हैं। इसके अलावा इन घरों में एक और चीज खास देखने को मिली, वह मिट्टी से बना आयताकार कंटेनर, जिसे स्थानीय बोली में घोरसी कहते हैं। बैगा जनजाति के सानियारो टेकम बड़े गर्व से बताते हैं कि इन घोरसी में पांच कुंतल धान आराम से रखा जा सकता है। लोग अमूमन इसे बिल्कुल सील बंद करके रखते हैं, ताकि अनाज खराब न हो।

Root Woot | Online Puja Samagri Root Woot | Online Puja Samagri Root Woot | Online Puja Samagri

In Numbers

49.4 %
Female Literacy rate of Scheduled Tribes

Web Stories

Bastar’s Famed Tuma Craft On Verge Of Extinction
Bastar’s Famed Tuma Craft On Verge Of Extinction
By The Indian Tribal
7 Tribal-linked Odisha Products Get GI Tag
7 Tribal-linked Odisha Products Get GI Tag
By The Indian Tribal
Traditional Attire Of Pawara Tribeswomen Losing Its Charm
Traditional Attire Of Pawara Tribeswomen Losing Its Charm
By The Indian Tribal
Tuma Art Going Extinct
Tuma Art Going Extinct
By The Indian Tribal

Update

7 Kuki-Zo camps to be relocated to tribal areas

The Union Home Ministry and Manipur’s Kuki-Zo insurgent groups have reached an understanding to relocate seven camps from near Meitei-dominated areas. The decision follows a second round of talks on Monday under the 2008 Suspension of Operations (SoO) agreement. “It has been agreed in principle that any relocated camps should be in tribal areas. The locations of the new camps in tribal areas will be discussed at a third meeting to be scheduled,” an official said. While Meiteis have opposed the pact blaming armed Kuki militants for involvement in the protracted strife, Kukis have accused Meitei groups, including Arambai Tenggol, of stoking the violence.
The Indian Tribal
आदिवासी

ग्रीष्म ऋतु, आदिवासी और महुआ की कहानी

by The Indian Tribal
June 23, 2025

रसीले फूलों से लेकर उनके सूखने और फिर बोतलों में बंद होने तक स्वाद से भरपूर महुआ शराब की कहानी कुछ अलग ही है। गर्मी के इस मौसम में आदिवासी संस्कृति के अभिन्न अंग इस शानदार पेय के बारे में The Indian Tribal की विस्तृत रिपोर्ट

The Indian Tribal

झारखण्ड की एक और युवा आदिवासी लेखिका ने साहित्य जगत में लहराया परचम

June 18, 2025
The Indian Tribal

Baiga Tribals Make A Style Statement Through Nature-Derived Jewellery

June 17, 2025
The Indian Tribal

Bhunjia Tribals Do The Unthinkable: Produce Pomegranates On Wasteland

May 30, 2025
The Indian Tribal

SHGs Make PVTG Kamar Women Self-Dependent

May 24, 2025
The Indian Tribal

आयोग लाएगा आदिवासी ज़मीन की खरीद-बिक्री पर थाना क्षेत्र की बाध्यता पर स्पष्टता

May 21, 2025
Tags: LifestyleMadhya PradeshThe Indian Tribal
Previous Post

Females Again Outdo Males In Higher Education Enrolment: AISHE

Next Post

Odisha Nods LABHA Scheme To Benefit 1 Cr Tribals

Top Stories

The Indian Tribal
Jharkhand

Know All About Hul Diwas, India’s ‘First Tribal Uprising’ Against British, Zamindars

June 29, 2025
The Indian Tribal
आदिवासी

ग्रीष्म ऋतु, आदिवासी और महुआ की कहानी

June 23, 2025
The Indian Tribal
आदिवासी

झारखण्ड की एक और युवा आदिवासी लेखिका ने साहित्य जगत में लहराया परचम

June 18, 2025
Load More
Next Post
tribal women with collected MFP (tamarind) | The Indian Tribal

Odisha Nods LABHA Scheme To Benefit 1 Cr Tribals

Security Personnel At Raj Bhawan | The Indian Tribal

ED Quizzes Jharkhand CM, He Lodges FIR Against ED Officials Under SC/ST Act

  • About Us
  • Contact
  • Team
  • Redressal
  • Copyright Policy
  • Privacy Policy And Terms Of Use
  • Disclaimer
  • Sitemap

  • Achievers
  • Cuisine
  • Health
  • Hindi Featured
  • India
  • News
  • Legal
  • Music
  • Sports
  • Trending
  • Chhattisgarh
  • Delhi
  • Gujarat
  • Jammu & Kashmir
  • Jharkhand
  • Kerala
  • Madhya Pradesh
  • Maharashtra
  • North East
  • Arunachal Pradesh
  • Assam
  • Manipur
  • Meghalaya
  • Mizoram
  • Nagaland
  • Sikkim
  • Tripura
  • Odisha
  • Telangana
  • West Bengal
  • Political News
  • Variety
  • Art & Culture
  • Entertainment
  • Adivasi
  • Tribal News
  • Scheduled Tribes
  • हिंदी
  • उपलब्धिकर्ता
  • कानूनी
  • खान पान
  • खेलकूद
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • संगीत
  • विविध
  • कला और संस्कृति
  • खबरें
  • असम की ताज़ा ख़बरें
  • अरुणाचल प्रदेश की ताज़ा ख़बरें
  • ओडिशा की ताज़ा ख़बरें
  • केरल की ताज़ा ख़बरें
  • गुजरात की ताज़ा ख़बरें
  • छत्तीसगढ़
  • जम्मू और कश्मीर की ताज़ा ख़बरें
  • झारखंड न्यूज़
  • तेलंगाना की ताज़ा ख़बरें
  • दिल्ली
  • नॉर्थईस्ट की ताज़ा ख़बरें
  • पश्चिम बंगाल की ताज़ा ख़बरें
  • मध्य प्रदेश की ताज़ा ख़बरें
  • महाराष्ट्र की ताज़ा ख़बरें
  • त्रिपुरा की ताज़ा ख़बरें
  • नागालैंड की ताज़ा ख़बरें
  • मणिपुर की ताज़ा ख़बरें
  • मिजोरम की ताज़ा ख़बरें
  • मेघालय की ताज़ा ख़बरें
  • सिक्किम की ताज़ा ख़बरें
  • राजस्थान की ताज़ा ख़बरें

About Us

The Indian Tribal is India’s first bilingual (English & Hindi) digital journalistic venture dedicated exclusively to the Scheduled Tribes. The ambitious, game-changer initiative is brought to you by Madtri Ventures Pvt Ltd (www.madtri.com). From the North East to Gujarat, from Kerala to Jammu and Kashmir — our seasoned journalists bring to the fore life stories from the backyards of the tribal, indigenous communities comprising 10.45 crore members and constituting 8.6 percent of India’s population as per Census 2011. Unsung Adivasi achievers, their lip-smacking cuisines, ancient medicinal systems, centuries-old unique games and sports, ageless arts and crafts, timeless music and traditional musical instruments, we cover the Scheduled Tribes community like never-before, of course, without losing sight of the ailments, shortcomings and negatives like domestic abuse, alcoholism and malnourishment among others plaguing them. Know the unknown, lesser-known tribal life as we bring reader-engaging stories of Adivasis of India.

Follow Us

All Rights Reserved

© 2024 Madtri Ventures [P] Ltd.

No Result
View All Result
  • Home
  • Achievers
  • Cuisine
  • Health
  • Health
  • Legal
  • Music
  • News
  • Sports
  • Variety
  • हिंदी
    • उपलब्धिकर्ता
    • खान पान
    • कानूनी
    • खेलकूद
    • खेलकूद
    • संगीत
    • संगीत
    • स्वास्थ्य
    • स्वास्थ्य
    • विविध
  • Gallery
  • Videos

© 2024 Madtri Ventures [P] Ltd.

Bastar’s Famed Tuma Craft On Verge Of Extinction 7 Tribal-linked Odisha Products Get GI Tag Traditional Attire Of Pawara Tribeswomen Losing Its Charm Tuma Art Going Extinct