• About
  • Contact
  • Sitemap
  • Gallery
No Result
View All Result
Vacancies
Sunday, July 27, 2025
The Indian Tribal
  • Home
  • Achievers
    • उपलब्धिकर्ता
  • Cuisine
    • खान पान
  • Health
    • स्वास्थ्य
  • Legal
    • कानूनी
  • Music
    • संगीत
  • News
    • Updates
    • खबरें
  • Sports
    • खेलकूद
  • Variety
    • विविध
  • हिंदी
    • All
    • आदिवासी
    • उपलब्धिकर्ता
    • कला और संस्कृति
    • कानूनी
    • खबरें
    • खान पान
    • खेलकूद
    • जनजाति
    • भारत
    • विविध
    • संगीत
    • संस्कृति
    • स्वास्थ्य
    The Indian Tribal

    विशुद्ध मनोरंजन के साथ साथ अहम् जानकारियाँ भी देते हैं ये आदिवासी कलाकार

    The Indian Tribal

    आखिर किसने बदल डाली कमार महिलाओं की किस्मत

    The Indian Tribal

    हताशा से आत्मविश्वास तक: दो शारीरिक रूप से अक्षम आदिवासियों की प्रेरक कहानी

    Success Story | The Indian Tribal

    अकल्पनीय! बंजर जमीन में लहलहाई अनार की फसल

    The Indian Tribal

    वन्य जीवों का संरक्षण और बच्चों की शिक्षा साथ-साथ

    The Indian Tribal

    ग्रीष्म ऋतु, आदिवासी और महुआ की कहानी

    The Indian Tribal

    झारखण्ड की एक और युवा आदिवासी लेखिका ने साहित्य जगत में लहराया परचम

    The Indian Tribal

    आयोग लाएगा आदिवासी ज़मीन की खरीद-बिक्री पर थाना क्षेत्र की बाध्यता पर स्पष्टता

  • Gallery
    • Videos
  • Latest News
The Indian Tribal
  • Home
  • Achievers
    • उपलब्धिकर्ता
  • Cuisine
    • खान पान
  • Health
    • स्वास्थ्य
  • Legal
    • कानूनी
  • Music
    • संगीत
  • News
    • Updates
    • खबरें
  • Sports
    • खेलकूद
  • Variety
    • विविध
  • हिंदी
    • All
    • आदिवासी
    • उपलब्धिकर्ता
    • कला और संस्कृति
    • कानूनी
    • खबरें
    • खान पान
    • खेलकूद
    • जनजाति
    • भारत
    • विविध
    • संगीत
    • संस्कृति
    • स्वास्थ्य
    The Indian Tribal

    विशुद्ध मनोरंजन के साथ साथ अहम् जानकारियाँ भी देते हैं ये आदिवासी कलाकार

    The Indian Tribal

    आखिर किसने बदल डाली कमार महिलाओं की किस्मत

    The Indian Tribal

    हताशा से आत्मविश्वास तक: दो शारीरिक रूप से अक्षम आदिवासियों की प्रेरक कहानी

    Success Story | The Indian Tribal

    अकल्पनीय! बंजर जमीन में लहलहाई अनार की फसल

    The Indian Tribal

    वन्य जीवों का संरक्षण और बच्चों की शिक्षा साथ-साथ

    The Indian Tribal

    ग्रीष्म ऋतु, आदिवासी और महुआ की कहानी

    The Indian Tribal

    झारखण्ड की एक और युवा आदिवासी लेखिका ने साहित्य जगत में लहराया परचम

    The Indian Tribal

    आयोग लाएगा आदिवासी ज़मीन की खरीद-बिक्री पर थाना क्षेत्र की बाध्यता पर स्पष्टता

  • Gallery
    • Videos
  • Latest News
No Result
View All Result
The Indian Tribal
No Result
View All Result
  • Home
  • Achievers
  • Cuisine
  • Health
  • Legal
  • Music
  • News
  • Sports
  • Variety
  • हिंदी
  • Gallery
  • Latest News
Vacancies
Home » द इंडियन ट्राइबल / हिंदी » खेलकूद » मेघालय के इस खेल में पुरस्कार में मिलते हैं चावल, आलू और मुर्गियां

मेघालय के इस खेल में पुरस्कार में मिलते हैं चावल, आलू और मुर्गियां

लगभग 400 साल पहले इस स्वदेशी खेल की उत्पत्ति मानी जाती है और आज भी यह जैन्तिया, खासी और गारो पहाड़ी जनजातियों के बीच बेहद लोकप्रिय है। क्या है यह खेल, बता रही हैं प्रोयशी बरुआ

July 15, 2023
लगभग 400 साल पहले इस स्वदेशी खेल की उत्पत्ति मानी जाती है (इलस्ट्रेशन - राजेश महंती)

लगभग 400 साल पहले इस स्वदेशी खेल की उत्पत्ति मानी जाती है (इलस्ट्रेशन - राजेश महंती)

शिलांग/गुवाहाटी

इस मनोरंजक जनजातीय, स्वदेशी खेल में मांस का टुकड़ा एक ऐसी रस्सी में लटका दिया जाता है, जिसके दोनों सिरे अमूमन दो पेड़ों या बांस सी सीधी लकडिय़ों से जमीन से 3 से 5 फीट ऊपर बंधे होते हैं। कभी-कभी रस्सी के दोनों सिरों को दो लोग भी पकड़ कर ऊपर उठाए हुए होते हैं।

खेल में अधिकतम पांच प्रतिभागी होते हैं। प्रत्येक खिलाड़ी को एक साथ कूदकर पहले ही प्रयास में रस्सी में बीचोंबीच बंधे मांस को छूना या उसमें लात मारनी होती है। इस खेल की उत्पत्ति लगभग 400 साल पहले हुई थी और यह अभी भी मेघालय की जैंतिया, खासी और गारो जैसी आदिवासी जनजातियों के बीच खूब प्रचलित है।

इस खेल की रोचकता यही है कि खिलाड़ी जब कूदता है और सिर्फ एक पैर से मांस के टुकड़े को छू पाता है तो वह आउट हो जाता है। यदि वह दोनों पैरों से मांस को छू देता है तो रस्सी को अगले प्रतियोगी के लिए थोड़ा और ऊपर बांध दिया जाता है या दोनों सिरों पर खड़े दोनों लोग रस्सी को और ऊपर कर लेते हैं।

कौन प्रतियोगी मांस को छूने के लिए आएगा, इसका चयन ड्रा के माध्यम से होता है। यानी पांचों प्रतियोगियों के नाम चिट में लिखकर रखे जाते हैं और जिस खिलाड़ी के नाम की चिट निकलती है, वही मांस को छूने के लिए आता है। अब जो खिलाड़ी सबसे ज्यादा ऊंचाई पर मांस को लात मारता है, वही विजेता घोषित किया जाता है।

प्रतियोगियों को पुरस्कार भी देसी अंदाज में दिया जाता है। विजेता खिलाड़ी को पुरस्कार स्वरूप नकदी तो देते ही हैं। कुछ मुर्गियां, चावल या बोरीभर आलू और कभी-कभी अनानास और मक्का जैसी खाद्य वस्तुएं भी इनाम में रखी जाती हैं।

शिलांग की रहने वाली डोरोथी फांबू कहती हैं कि यदि आप सोचते हैं कि यह खेल केवल पुरुषों के लिए ही है, तो आप पूरी तरह गलत हैं। इसमें महिलाएं विशेष कर ग्रामीण अंचल की उत्साही जैंतिया युवतियां भी बड़े जोश के साथ भाग लेती हैं।

400 साल पुराना खेल

फांबू ने The Indian Tribal को बताया कि उन्होंने अपनी दादी से इस खेल के बारे में एक दिलचस्प लोककथा सुनी है। वह बताती थीं कि इस खेल की उत्पत्ति 400 साल पहले हुई थी। उस समय मेघालय की अधिकांश जनजातियां पहाडिय़ों पर स्थित छोटे गांवों या बस्तियों में रहती थीं। उस दौर में एक भी गांव ऐसा नहीं था, जिसमें खुद के खाने के लिए सभी फसलें उगाई जा सकें।

उदाहरण के लिए कुछ गांवों में ऐसी जमीन थी, जिसमें केवल मक्का या अनानास की खेती ही की जा सकती थी, लेकिन अन्य सब्जियां और मौसमी फल उसमें नहीं उग सकते थे। अन्य गांवों में इसका उलटा हाल था। ऐसी स्थिति में वस्तु विनिमय प्रणाली के दिलचस्प विकल्प के रूप में इस खेल की शुरुआत हुई थी। इसमें पड़ोसी गांवों के खिलाडिय़ों के समूह आते और खेल के माध्यम से पुरस्कार स्वरूप अन्य खाद्य वस्तुएं जीत कर ले जाते।

विजेता खिलाडिय़ों को अनाज, सब्जियों और फलों के रूप में हमेशा पुरस्कार दिया जाता था। खेल के दौरान ऐसे ही अनाज या फल-सब्जियों को इनाम के तौर पर रखा जाता, जो दूसरे क्षेत्रों में पैदा नहीं होते थे।

फांबू के अनुसार उनकी दादी ने यहां तक बताया था कि जिन खिलाडिय़ों ने कई बार अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया, उन्हें गांवों के भीतर बहुत अधिक महत्व और अधिकार के पद दिए गए।

इस खेल का एक दार्शनिक संदेश भी है। एक बार जब हम कुछ हासिल कर लेते हैं, तो हमें कभी भी संतुष्ट नहीं होना चाहिए। हमें केवल यह जानना चाहिए कि हमने किसी चीज के लिए स्तर बढ़ा दिया है या एक अभूतपूर्व मानक स्थापित किया है। भविष्य में किसी और की नई उपलब्धि के साथ वह मानक हमेशा ऊंचा होता जाएगा। कुछ स्तर पर यह खेल हमें विनम्र और ज़मीन से जुड़े रहना भी सिखाता है।

Root Woot | Online Puja Samagri Root Woot | Online Puja Samagri Root Woot | Online Puja Samagri

In Numbers

49.4 %
Female Literacy rate of Scheduled Tribes

Web Stories

Bastar’s Famed Tuma Craft On Verge Of Extinction
Bastar’s Famed Tuma Craft On Verge Of Extinction
By The Indian Tribal
7 Tribal-linked Odisha Products Get GI Tag
7 Tribal-linked Odisha Products Get GI Tag
By The Indian Tribal
Traditional Attire Of Pawara Tribeswomen Losing Its Charm
Traditional Attire Of Pawara Tribeswomen Losing Its Charm
By The Indian Tribal
Tuma Art Going Extinct
Tuma Art Going Extinct
By The Indian Tribal

Update

Tribal Youth’s Killing In J&K: SIT To Probe

Amid widespread outrage from several quarters over the alleged staged encounter of a tribal youth in Jammu and Kashmir, two policemen have been suspended and a magisterial probe has been ordered. The 21-year-old Mohammad Parvaz, belonging to the Gujjar Bakerwal community and who had recently got married, was shot dead by police in civilian clothes. The police initially stated that a team was chasing a suspected drug peddler when they were fired upon. In the ensuing crossfire, an unknown person was injured and taken to GMC Jammu for treatment. But the family and the tribal community strongly denied the allegations and termed the killing a murder. The incident triggered widespread protests, leading to calls for an impartial probe from Jammu and Kashmir Chief Minister Omar Abdullah and other leaders. “We have formed an SIT and suspended the two policemen involved in the shootout,” said Ajay Sharma, South Jammu City Superintendent of Police.
The Indian Tribal
आदिवासी

हताशा से आत्मविश्वास तक: दो शारीरिक रूप से अक्षम आदिवासियों की प्रेरक कहानी

by The Indian Tribal
July 18, 2025

ओडिशा के दो कोंध आदिवासियों के लिए ज़िंदगी तब पूरी तरह बदल गई जब बचपन में ही उन्होंने अपने अंगों की गतिशीलता खो दी। इससे वे गहरे अवसाद और निराशा में डूब गए। नीरोज रंजन मिश्र बता रहे हैं की अचानक ऐसा क्या हुआ कि जिससे उनकी [...]

Success Story | The Indian Tribal

अकल्पनीय! बंजर जमीन में लहलहाई अनार की फसल

July 14, 2025
The Indian Tribal

वन्य जीवों का संरक्षण और बच्चों की शिक्षा साथ-साथ

July 4, 2025
The Indian Tribal

From Despair To Confidence: Tale Of Two Physically-Challenged Tribals

July 1, 2025
The Indian Tribal

ग्रीष्म ऋतु, आदिवासी और महुआ की कहानी

June 23, 2025
The Indian Tribal

झारखण्ड की एक और युवा आदिवासी लेखिका ने साहित्य जगत में लहराया परचम

June 18, 2025
Previous Post

Forces Preoccupied, Criminals Target Another Bank In Manipur

Next Post

Opposition, Government To Face Off Over Manipur Crisis

Top Stories

The Indian Tribal
News

India’s First Tribal Woman President Droupadi Murmu Completes 3 Years In Office

July 25, 2025
The Indian Tribal
News

Digital Inclusion Initiatives Gaining Strength In SC/ST Areas: Centre

July 23, 2025
The Indian Tribal
News

Tribal Affairs Ministry’s ‘Adi Shapath’ Evokes Strong Interest Among Stakeholders

July 21, 2025
Load More
  • About Us
  • Contact
  • Team
  • Redressal
  • Copyright Policy
  • Privacy Policy And Terms Of Use
  • Disclaimer
  • Sitemap

  • Achievers
  • Cuisine
  • Health
  • Hindi Featured
  • India
  • News
  • Legal
  • Music
  • Sports
  • Trending
  • Chhattisgarh
  • Delhi
  • Gujarat
  • Jammu & Kashmir
  • Jharkhand
  • Kerala
  • Madhya Pradesh
  • Maharashtra
  • North East
  • Arunachal Pradesh
  • Assam
  • Manipur
  • Meghalaya
  • Mizoram
  • Nagaland
  • Sikkim
  • Tripura
  • Odisha
  • Telangana
  • West Bengal
  • Political News
  • Variety
  • Art & Culture
  • Entertainment
  • Adivasi
  • Tribal News
  • Scheduled Tribes
  • हिंदी
  • उपलब्धिकर्ता
  • कानूनी
  • खान पान
  • खेलकूद
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • संगीत
  • विविध
  • कला और संस्कृति
  • खबरें
  • असम की ताज़ा ख़बरें
  • अरुणाचल प्रदेश की ताज़ा ख़बरें
  • ओडिशा की ताज़ा ख़बरें
  • केरल की ताज़ा ख़बरें
  • गुजरात की ताज़ा ख़बरें
  • छत्तीसगढ़
  • जम्मू और कश्मीर की ताज़ा ख़बरें
  • झारखंड न्यूज़
  • तेलंगाना की ताज़ा ख़बरें
  • दिल्ली
  • नॉर्थईस्ट की ताज़ा ख़बरें
  • पश्चिम बंगाल की ताज़ा ख़बरें
  • मध्य प्रदेश की ताज़ा ख़बरें
  • महाराष्ट्र की ताज़ा ख़बरें
  • त्रिपुरा की ताज़ा ख़बरें
  • नागालैंड की ताज़ा ख़बरें
  • मणिपुर की ताज़ा ख़बरें
  • मिजोरम की ताज़ा ख़बरें
  • मेघालय की ताज़ा ख़बरें
  • सिक्किम की ताज़ा ख़बरें
  • राजस्थान की ताज़ा ख़बरें

About Us

The Indian Tribal is India’s first bilingual (English & Hindi) digital journalistic venture dedicated exclusively to the Scheduled Tribes. The ambitious, game-changer initiative is brought to you by Madtri Ventures Pvt Ltd (www.madtri.com). From the North East to Gujarat, from Kerala to Jammu and Kashmir — our seasoned journalists bring to the fore life stories from the backyards of the tribal, indigenous communities comprising 10.45 crore members and constituting 8.6 percent of India’s population as per Census 2011. Unsung Adivasi achievers, their lip-smacking cuisines, ancient medicinal systems, centuries-old unique games and sports, ageless arts and crafts, timeless music and traditional musical instruments, we cover the Scheduled Tribes community like never-before, of course, without losing sight of the ailments, shortcomings and negatives like domestic abuse, alcoholism and malnourishment among others plaguing them. Know the unknown, lesser-known tribal life as we bring reader-engaging stories of Adivasis of India.

Follow Us

All Rights Reserved

© 2024 Madtri Ventures [P] Ltd.

No Result
View All Result
  • Home
  • Achievers
  • Cuisine
  • Health
  • Health
  • Legal
  • Music
  • News
  • Sports
  • Variety
  • हिंदी
    • उपलब्धिकर्ता
    • खान पान
    • कानूनी
    • खेलकूद
    • खेलकूद
    • संगीत
    • संगीत
    • स्वास्थ्य
    • स्वास्थ्य
    • विविध
  • Gallery
  • Videos

© 2024 Madtri Ventures [P] Ltd.

Bastar’s Famed Tuma Craft On Verge Of Extinction 7 Tribal-linked Odisha Products Get GI Tag Traditional Attire Of Pawara Tribeswomen Losing Its Charm Tuma Art Going Extinct