• About
  • Contact
  • Sitemap
  • Gallery
No Result
View All Result
Vacancies
Friday, May 16, 2025
The Indian Tribal
  • Home
  • Achievers
    • उपलब्धिकर्ता
  • Cuisine
    • खान पान
  • Health
    • स्वास्थ्य
  • Legal
    • कानूनी
  • Music
    • संगीत
  • News
    • Updates
    • खबरें
  • Sports
    • खेलकूद
  • Variety
    • विविध
  • हिंदी
    • All
    • आदिवासी
    • उपलब्धिकर्ता
    • कला और संस्कृति
    • कानूनी
    • खबरें
    • खान पान
    • खेलकूद
    • जनजाति
    • भारत
    • विविध
    • संगीत
    • संस्कृति
    • स्वास्थ्य
    झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने सोमवार को 1 लाख 45 हजार 400 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट प्रस्तुत किया।

    झारखंड में बनेगा जनजातीय विश्वविद्यालय 

    The Indian Tribal

    सौर ऊर्जा ने भगाया अंधेरा, झिलमिला उठे आदिवासियों के भविष्य के सपने

    The Indian Tribal

    जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के गौरव को चित्रों में उकेरने की अनूठी पहल

    The Indian Tribal

    झारखण्ड के महान विभूतियों की संघर्ष गाथा हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन

    The Indian Tribal

    खरसावां शहीद स्मारक को विश्व पटल पर एक अलग पहचान दिलाएंगे: हेमन्त सोरेन

    Bastar Touris,

    इंजीनियरिंग ग्रेजुएट ने पर्यटन गाइड बन आदिवासी जीवन को दुनिया के समक्ष लाने का बीड़ा उठाया है

    Surrendered Naxalites - The Indian Tribal

    कभी थी पुलिस उनके पीछे, आज पुलिस बन वे नक्सलियों के पीछे

    The Indian Tribal

    मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के हस्तक्षेप पर 17 साल बाद आदिम जनजाति युवक को मिला न्याय

  • Gallery
    • Videos
  • Latest News
The Indian Tribal
  • Home
  • Achievers
    • उपलब्धिकर्ता
  • Cuisine
    • खान पान
  • Health
    • स्वास्थ्य
  • Legal
    • कानूनी
  • Music
    • संगीत
  • News
    • Updates
    • खबरें
  • Sports
    • खेलकूद
  • Variety
    • विविध
  • हिंदी
    • All
    • आदिवासी
    • उपलब्धिकर्ता
    • कला और संस्कृति
    • कानूनी
    • खबरें
    • खान पान
    • खेलकूद
    • जनजाति
    • भारत
    • विविध
    • संगीत
    • संस्कृति
    • स्वास्थ्य
    झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने सोमवार को 1 लाख 45 हजार 400 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट प्रस्तुत किया।

    झारखंड में बनेगा जनजातीय विश्वविद्यालय 

    The Indian Tribal

    सौर ऊर्जा ने भगाया अंधेरा, झिलमिला उठे आदिवासियों के भविष्य के सपने

    The Indian Tribal

    जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के गौरव को चित्रों में उकेरने की अनूठी पहल

    The Indian Tribal

    झारखण्ड के महान विभूतियों की संघर्ष गाथा हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन

    The Indian Tribal

    खरसावां शहीद स्मारक को विश्व पटल पर एक अलग पहचान दिलाएंगे: हेमन्त सोरेन

    Bastar Touris,

    इंजीनियरिंग ग्रेजुएट ने पर्यटन गाइड बन आदिवासी जीवन को दुनिया के समक्ष लाने का बीड़ा उठाया है

    Surrendered Naxalites - The Indian Tribal

    कभी थी पुलिस उनके पीछे, आज पुलिस बन वे नक्सलियों के पीछे

    The Indian Tribal

    मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के हस्तक्षेप पर 17 साल बाद आदिम जनजाति युवक को मिला न्याय

  • Gallery
    • Videos
  • Latest News
No Result
View All Result
The Indian Tribal
No Result
View All Result
  • Home
  • Achievers
  • Cuisine
  • Health
  • Legal
  • Music
  • News
  • Sports
  • Variety
  • हिंदी
  • Gallery
  • Latest News
Vacancies
Home » द इंडियन ट्राइबल / हिंदी » द इंडियन ट्राइबल / उप्लाब्धिकर्ता » खेतों में लहलहाने लगे हसरतों के बाग

खेतों में लहलहाने लगे हसरतों के बाग

सुधीर कुमार मिश्रा डाल्टनगंज की यात्रा कर हसरत बानो से मिले, जिन्होंने अपनी कोशिशों से गांव में जैविक खेती का प्रसार किया, उसे लोकप्रिय बनाया और किसानों को स्थायी व्यवसाय का विकल्प चुनने में मदद की। वह ग्रामीणों के जीवन और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सबसे आगे रही हैं।

November 20, 2021
Wider Horizons

परिस्थितियां कभी भी हसरत बानो के पक्ष में नहीं रहीं। आय का कोई नियमित स्रोत नहीं होने के कारण बानो और उनके पति पलामू के खानवा गांव में अपनी सात एकड़ जमीन में खेती कर किसी तरह गुजर-बसर करते थे।

सात बच्चे और सीमित संसाधन, हसरत बानो स्वभाविक रूप से यह सोच-सोच कर ही परेशान रहती थीं कि सात मुंहों को खाने के लिए कहां से आएगा, लेकिन एक अच्छी बात, वह चाहती थीं कि उनके बच्चे हर हाल में अच्छी शिक्षा हासिल करें।

हालांकि एक रूढ़ीवादी मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखने वाली 44 साल की बानो सिर्फ आठवीं कक्षा तक ही पढ़ाई कर सकीं, लेकिन उन्हें अपने बच्चों, उद्यमी मानसिकता, खुले विचारों और अतिरिक्त मेहनत कर आगे बढऩे की अदम्य इच्छाशक्ति से बहुत अधिक उम्मीदें थीं।

डाल्टनगंज पलामू, हसरत बानो
हसरत बानो

हसरत बानो को अपने बच्चों, उद्यमी मानसिकता, खुले विचारों और अतिरिक्त मेहनत कर आगे बढऩे की अदम्य इच्छाशक्ति से बहुत अधिक उम्मीदें थीं।

उन्होंने महिला स्वयं सहायता समूह सखी मंडल से 70,000 रुपये ऋण लेकर सबसे पहले एक आटा चक्की लगाई। हालांकि, इससे होने वाली लगभग 15,000 रुपये की मासिक आमदनी उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए काफी नहीं थी। इसलिए हसरत ने अपने खेतों पर अधिक ध्यान देना शुरू किया और प्राकृतिक खाद का उपयोग कर अधिक से अधिक पैदावार लेने का प्रयास किया।

उन्होंने आज के दौर में लोकप्रिय हो रही जैविक खेती की अवधारणा को समझा और उस तरफ बढ़ती गईं। धीरे-धीरे उनकी मेहनत का फल उनके खेतों में उगता दिखाई देने लगा।

हसरत कहती हैं, हम महंगे रासायनिक उर्वरक खरीद कर इस्तेमाल नहीं कर सकते। इसलिए गाय का गोबर और मूत्र अथवा सड़ी हुई पत्तियों समेत अन्य जैविक अपशिष्टों से बनी जैव खाद का इस्तेमाल करते हैं, जो हमें बेहतर पैदावार भी दे सकते हैं।

हसरत ने खेतों के बाहर भी अपने कार्यों और समझ का विस्तार किया है। उन्होंने अन्य ग्रामीणों को जैविक खेती के फायदे और खाद बनाने की तकनीक के बारे में बताना शरू किया तथा जल्दी ही वह कृषक मित्र यानी किसानों की दोस्त बन गईं। अब वह महिलाओं को आसपास के गांवों का दौरा करने ले जाती हैं और खेती में कम लागत व नई प्रौद्योगिकियों के उपयोग के लिए प्रेरित करती हैं।

उनकी जूतों की एक दुकान भी है, जो उनके परिवार के लिए अतिरिक्त आमदनी का जरिया है। वह गर्व से कहती हैं कि मेरे दो बेटे दिल्ली में जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर कर रहे हैं। सबसे छोटा बेटा ग्रेजुएशन में पढ़ रहा है।

लेकिन, जो चीज वास्तव में हसरत को आसपास के परिवेश से अलग करती है, वह है उनका यह दृढ़ विश्वास कि लड़कियों समेत सभी बच्चों को शिक्षा का उपहार दिया जाना चाहिए। वह मुस्कुराती हुई बताती हैं कि मेरी एक बेटी पोस्ट ग्रेजुएट है और एक बेटी शिक्षिका बनना चाहती है, वह बीएड में दाखिला लेने का प्रयास कर रही है। बानो विशेषकर मुस्लिम समुदाय की महिलाओं से गुजारिश करते हुए कहती हैं कि बच्चों को शिक्षा जरूर दिलाएं। वाकई, हसरत ने यह सुनिश्चित किया है कि वह अपने और समाज के लिए अपने नाम का अर्थ पूरा करें।

In Numbers

49.4 %
Female Literacy rate of Scheduled Tribes

Web Stories

Bastar’s Famed Tuma Craft On Verge Of Extinction
Bastar’s Famed Tuma Craft On Verge Of Extinction
By The Indian Tribal
7 Tribal-linked Odisha Products Get GI Tag
7 Tribal-linked Odisha Products Get GI Tag
By The Indian Tribal
Traditional Attire Of Pawara Tribeswomen Losing Its Charm
Traditional Attire Of Pawara Tribeswomen Losing Its Charm
By The Indian Tribal
Tuma Art Going Extinct
Tuma Art Going Extinct
By The Indian Tribal

Update

CM Naidu for 100 pc reservation to STs in tribal areas

In line with his election promise last year, Andhra Pradesh Chief Minister N Chandrababu Naidu has said that his government was exploring ways to provide 100 percent reservation in Government jobs to locals in all the tribal areas of the State. In a review meeting on Tribal Welfare, there were discussions on steps to be taken to restore the GO No 3 which was struck down in 2020 by the Supreme Court. The GO issued in 2000 provided that all posts of teachers in the schools in the Scheduled Areas of the state will be filled only by the local Scheduled Tribe candidates. Outlining the history of reservation for tribals, Naidu noted that a 1986 GO had initially provided 100% quota for local tribals in teacher posts in agency areas. Legal challenges later prompted the issuance of GO No. 3 in 2000, which accounted for increased women’s reservation, and facilitated the allocation of approximately 4,626 teacher posts to tribals in agency areas.
Next Post
Root Craft

Root Craft

  • About Us
  • Contact
  • Team
  • Redressal
  • Copyright Policy
  • Privacy Policy And Terms Of Use
  • Disclaimer
  • Sitemap

  • Achievers
  • Cuisine
  • Health
  • Hindi Featured
  • India
  • News
  • Legal
  • Music
  • Sports
  • Trending
  • Chhattisgarh
  • Delhi
  • Gujarat
  • Jammu & Kashmir
  • Jharkhand
  • Kerala
  • Madhya Pradesh
  • Maharashtra
  • North East
  • Arunachal Pradesh
  • Assam
  • Manipur
  • Meghalaya
  • Mizoram
  • Nagaland
  • Sikkim
  • Tripura
  • Odisha
  • Telangana
  • West Bengal
  • Political News
  • Variety
  • Art & Culture
  • Entertainment
  • Adivasi
  • Tribal News
  • Scheduled Tribes
  • हिंदी
  • उपलब्धिकर्ता
  • कानूनी
  • खान पान
  • खेलकूद
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • संगीत
  • विविध
  • कला और संस्कृति
  • खबरें
  • असम की ताज़ा ख़बरें
  • अरुणाचल प्रदेश की ताज़ा ख़बरें
  • ओडिशा की ताज़ा ख़बरें
  • केरल की ताज़ा ख़बरें
  • गुजरात की ताज़ा ख़बरें
  • छत्तीसगढ़
  • जम्मू और कश्मीर की ताज़ा ख़बरें
  • झारखंड न्यूज़
  • तेलंगाना की ताज़ा ख़बरें
  • दिल्ली
  • नॉर्थईस्ट की ताज़ा ख़बरें
  • पश्चिम बंगाल की ताज़ा ख़बरें
  • मध्य प्रदेश की ताज़ा ख़बरें
  • महाराष्ट्र की ताज़ा ख़बरें
  • त्रिपुरा की ताज़ा ख़बरें
  • नागालैंड की ताज़ा ख़बरें
  • मणिपुर की ताज़ा ख़बरें
  • मिजोरम की ताज़ा ख़बरें
  • मेघालय की ताज़ा ख़बरें
  • सिक्किम की ताज़ा ख़बरें
  • राजस्थान की ताज़ा ख़बरें

About Us

The Indian Tribal is India’s first bilingual (English & Hindi) digital journalistic venture dedicated exclusively to the Scheduled Tribes. The ambitious, game-changer initiative is brought to you by Madtri Ventures Pvt Ltd (www.madtri.com). From the North East to Gujarat, from Kerala to Jammu and Kashmir — our seasoned journalists bring to the fore life stories from the backyards of the tribal, indigenous communities comprising 10.45 crore members and constituting 8.6 percent of India’s population as per Census 2011. Unsung Adivasi achievers, their lip-smacking cuisines, ancient medicinal systems, centuries-old unique games and sports, ageless arts and crafts, timeless music and traditional musical instruments, we cover the Scheduled Tribes community like never-before, of course, without losing sight of the ailments, shortcomings and negatives like domestic abuse, alcoholism and malnourishment among others plaguing them. Know the unknown, lesser-known tribal life as we bring reader-engaging stories of Adivasis of India.

Follow Us

All Rights Reserved

© 2024 Madtri Ventures [P] Ltd.

No Result
View All Result
  • Home
  • Achievers
  • Cuisine
  • Health
  • Health
  • Legal
  • Music
  • News
  • Sports
  • Variety
  • हिंदी
    • उपलब्धिकर्ता
    • खान पान
    • कानूनी
    • खेलकूद
    • खेलकूद
    • संगीत
    • संगीत
    • स्वास्थ्य
    • स्वास्थ्य
    • विविध
  • Gallery
  • Videos

© 2024 Madtri Ventures [P] Ltd.

Bastar’s Famed Tuma Craft On Verge Of Extinction 7 Tribal-linked Odisha Products Get GI Tag Traditional Attire Of Pawara Tribeswomen Losing Its Charm Tuma Art Going Extinct