रांची
आज अबुआ सरकार का प्रथम वर्ष पूरा हो रहा है। झारखण्ड ने अपने निर्माण के 25 वर्ष भी पूरे कर लिए हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर झारखण्ड के हमारे हजारों युवाओं को सरकारी नौकरी की सौगात प्रदान की जा रही है। आज शिक्षा विभाग, JPSC समेत विभिन्न विभागों के युवाओं को सरकारी नौकरी मिल रही है। आज यहां युवाओं का जनसैलाब है। राजनीतिक क्षेत्र में भी कभी-कभी इतनी बड़ी संख्या की आमसभा हम लोगों के लिए मुश्किल होती है। लेकिन आज यहां हजारों की संख्या में मिल रही सरकारी नौकरी अभूतपूर्व है।
उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अपनी अगुआई वाली सरकार की दूसरी पारी के प्रथम वर्ष पूरा होने पर मोरहाबादी मैदान में आयोजित मुख्य सरकारी समारोह में अपने सम्बोधन में कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 साल का हमारा युवा राज्य है लेकिन यहां शायद ही पहले कभी किसी ने एक साथ इतनी बड़ी नियुक्ति दी होगी! आज मन में उत्साह भी है और मन भावुक भी है। क्यूंकि इस राज्य के मार्गदर्शक, छांव रूपी विशाल वृक्ष आदरणीय दिशोम गुरुजी हम लोगों के बीच नहीं हैं। आज वह यह मंजर देखते और हम लोगों के बीच आशीर्वाद देने आते तो उन्हें बहुत खुशी होती कि हम लोग किस तरीके से, कोने-कोने में बसने वाले हर व्यक्ति, हर वर्ग, चाहे वो किसान, महिला, मजदूर, नौजवान, आने वाली पीढ़ी हो, उन सब के लिए हमेशा सौगात लेकर राज्य में लोगों के बीच जा रहे हैं।

“आज लगभग 9 हजार लोगों की नियुक्ति है। लेकिन मैं बताना चाहूंगा कि हम लोगों ने इसी साल कुल लगभग 16 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। हजारों को रोजगार और स्वरोजगार दिया है। पिछले कार्यकाल में भी हमने 25 हजार से अधिक सिर्फ सरकारी नौकरी दी। कई चुनौतियों के बावजूद हम आगे बढ़ते हैं,” हेमन्त ने कहा।
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “हमारे विपक्ष तो षड्यंत्र करते ही हैं, साथ ही कोर्ट कचहरियों में भी कार्यों को बाधित करके जानबूझकर अड़ंगा लगाने का काम करते हैं। बड़े विचित्र तरीके के आरोप विपक्ष के लोग लगाते हैं। इसमें कई ढंग के गिरोह भी शामिल हैं जो यहां के नौजवानों का भविष्य न बन पाए, वह अपने पैरों पर खड़ा न हो, इस राज्य के सर्वांगीण विकास का वो हिस्सा न बन पाए, इन कामों में लगे रहते हैं। लेकिन हम यह चलने नहीं देंगे। आप बताइए, आप लोगों से मैं सुनना चाहता हूं कि क्या आपकी नियुक्ति, किसी के पैसे, पैरवी से हुई है? लेकिन यह झारखण्ड विरोधी लोग झारखण्ड का हित नहीं देख सकते हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा: आप सभी लोग पढ़े-लिखे नौजवान हैं। आप अपनी क्षमता के अनुरूप यहां पहुंचे हैं। झारखण्ड पिछड़ा राज्य रहने को मजबूर रहा है। लेकिन आज आपकी सरकार पढ़े-लिखे युवाओं, कम पढ़े-लिखे लोगों, जो नहीं पढ़ पाए उनके प्रति भी संवेदनशील रहती है। आज यहां जिस तरीके से युवाओं ने अपने उद्गार व्यक्त किए हैं इससे साफ झलकता है कि वर्तमान सरकार कितनी शिद्दत और पारदर्शिता के साथ यहां के नौजवानों का भविष्य गढ़ने में लगी हुई है।
हेमन्त ने महिलाओं और अपनी सरकार कि मुख्य योजना ‘मईया सम्मान योजना’ के बारे भी बात की। “आपने पूर्व वक्ताओं को सुना कि हमारी आधी आबादी को हमने अपने पैरों पर खड़ा होने, स्वाभिमान से जिंदगी जीने के अवसर देने का काम किया। आज बड़े गर्व से एक बच्ची आयी जो मईया सम्मान योजना का लाभ लेकर, मेहनत कर पदाधिकारी बनी है। इनके मां-बाप भी नहीं हैं उसके बावजूद यह इस मुकाम तक पहुंची हैं। कई घटनाएं हमारे सामने आ रही हैं कि हमारे नेक प्रयासों का रंग, उसका असर चौतरफा दिख रहा है। सहायक आचार्य में 40 प्रतिशत और जेपीएससी सिविल सेवा में 30 प्रतिशत महिलाएं चुनकर आईं हैं, जो महिला सशक्तिकरण का एक बेहतरीन उदाहरण है। हम सभी को अब राज्य को मिलकर आगे बढ़ाना है।”
गौरतलब है की हेमन्त सरकार को वापस सत्ता में काबिज़ करने में मईया सम्मान योजना का बहुत बड़ा योगदान रहा है। इस योजना के तहत 18-50 साल की हर महिला को प्रति माह 2500 रुपए की राशि प्रदान की जाती है। अब तक इस योजना से 50 लाख से ऊपर महिलाएं जुड़ चुकी हैं।
मुख्यमंत्री ने भी आगे कहा कि आज हमारे पदाधिकारी जो चुने गए हैं वो अलग अलग जिलों में जायेंगें। आप सभी से अपील है कि आप जिस जिले में जाएं आप किसी भी 1 नौजवान को अपने जैसा बनाएं। एक-एक करके हम एक साथ बड़ी संख्या में आगे बढ़ेंगें। राज्य में बहुत तेजी से शिक्षण संस्थानों में बढ़ोत्तरी हुई है। हमें अपनी रफ्तार को तेज करना होगा कि आने वाली पीढ़ी राज्य के सर्वांगीण विकास का भी हिस्सा बनें। आज समाजिक रूप में बदलाव और दिशा देने वाले महापुरुष महात्मा ज्योतिबा फुले जी की पुण्यतिथि है। आज इस दिवस पर यहां कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। नेक इरादा हो तो आप कई झंझावतों को पार करते हैं।

“आज यहां आपके परिवारजन भी आपके साथ आए हैं। वो भी उम्मीद से आपको देखते हैं। यहां इतनी बड़ी नियुक्ति नौजवानों को दी जा रही है। और हमारे विपक्ष आपकी इसी नियुक्ति को लेकर जानबूझकर सवाल उठाते हैं। अभी भी JSSC CGL की परीक्षा होकर पड़ी हुई है, उसमें अवफाह उड़ाने वाले लोग जेल की हवा खा रहे हैं। क्यूंकि हमने पूरी ईमानदारी से परीक्षा को करवाया है मुझे विश्वास है उसमें भी हम पाक साफ होंगे और फिर से हजारों की संख्या में झारखण्ड के युवाओं को सरकारी नौकरी देने का काम करेंगें।”
इस समारोह में कुल 8792 नव नियुक्त अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। इसमें झारखंड लोक सेवा आयोग की 11वीं से 13 वीं संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा से अनुसंशित 197 उप समाहर्ता, 35 पुलिस उपाधीक्षक, 55 राज्य कर पदाधिकारी, 2 काराधीक्षक, 08 झारखंड शिक्षा सेवा श्रेणी -2, 01 जिला समादेष्टा, 8 सहायक निबंधक, 14 श्रम अधीक्षक, 6 प्रोबेशन पदाधिकारी और 3 उत्पाद निरीक्षक हैं। इसके साथ दंत चिकित्सक के 22, कीटपालक के 150 और सहायक आचार्य के 8291 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र मिला। वहीं, कर्तव्य के दौरान 84 शहीद पुलिस कर्मियों के पारिवारिक सदस्य को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया।














