संजना देवी वास्तव में शूटिंग स्टार हैं। उन्होंने 23 साल की उम्र में 2005 में पिस्टल शूटिंग सीखना शुरू किया और 2006 तक राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर लिया। इतना ही नहीं, उन्होंने राष्ट्रीय निशानेबाजी में 2006 से 2010 तक लगातार सभी संस्करणों में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीतने का क्रम जारी रखा।
संजना इंटरनेशनल शूटिंग स्पोट्र्स फेडरेशन (आईएसएसएफ) के लिए जज के रूप में मान्यता हासिल करने वाली पहली असमिया महिला हैं, जो राइफल, पिस्टल और शॉटगन की ओलंपिक और कई गैर-ओलंपिक स्पर्धाओं की गवर्निंग बॉडी है।
संजना 10 और 25 मीटर पिस्टल शूटिंग वर्ग की पूर्व चैंपियन हैं। वर्ष 2010 में उनकी जिंदगी में उस समय मोड़ आया, जब उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों के लिए क्वालीफाई कर लिया, लेकिन अपनी पहली गर्भावस्था के कारण उन्हें नाम वापस लेना पड़ा। सक्रिय शूटिंग से लंबे विश्राम के बाद संजना ने 2014 में नॉर्थ ईस्ट शूटिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर धमाकेदार वापसी की।
इतना ही नहीं, उनकी उपलब्धियों की सूची लंबी है। संजना इंटरनेशनल शूटिंग स्पोट्र्स फेडरेशन (आईएसएसएफ) के लिए जज के रूप में मान्यता पाने वाली पहली असमिया महिला भी हैं, जो राइफल, पिस्टल, शॉटगन की ओलंपिक और कई गैर-ओलंपिक स्पर्धाओं की गवर्निंग बॉडी है।
उन्होंने 2021 में आईएसएसएफ विश्व कप की जूनियर और सीनियर स्पर्धाओं में जज की भूमिका निभाई है। साथ ही खेलो इंडिया और एशियाई खेलों के ट्रायल रन में भी जज रही हैं।