इसमें कोई शक नहीं कि विश्व स्तर पर युवाओं के दिलो-दिमाग में मिक्स मार्शल आर्ट (एमएमए) का ग्लैमर छाया हुआ है। नागालैंड के हेमावी आयमी इस खेल के चैंपियन हैं। वह दीमापुर में स्थित स्ट्राइक फिट अकादमी में युवाओं को एमएमए में शुरुआती, मध्यवर्ती और एडवांस कोर्स कराते हैं।
हेमावी ने अपनी स्ट्राइक फिट अकादमी में राज्य की कम से कम 10,000 महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने की कसम खाई है। पहले से ही वह सैकड़ों महिलाओं को प्रशिक्षित कर चुके हैं।
इस सुमी आदिवासी लडक़े ने 23 साल की उम्र में 2014 में एमएमए के क्षेत्र में कदम रखा और मुआय थाई, कुश्ती, ब्राजीलियाई जिउ जित्सु (बीजेजे), मुक्केबाजी और किकबॉक्सिंग में महारत हासिल कर ली। हालांकि शुरुआत में उन्होंने पेशेवर कोच से प्रशिक्षण लिया, लेकिन वह अधिकांशत: अपने स्वयं के प्रशिक्षण पर ज्यादा निर्भर रहे। उन्होंने उसी साल मुंबई में आयोजित बीजेजे राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता।
हेमावी को प्रमुख रूप से मुआय थाई में महारत हासिल है, जो हाथों, पैरों, घुटनों और कोहनी का इस्तेमाल करते हुए बहुत ही क्रूर मार्शल आर्ट है। वह तीन बार राष्ट्रीय चैंपियन रहे हैं। उन्होंने 2019 में बैंकॉक में आयोजित मय थाई विश्व चैम्पियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 2014 और 2015 में योद्धा फाइटिंग चैम्पियनशिप खेली।
कोच का अतिरिक्त पदभार ग्रहण करने के बाद हेमावी ने अपनी स्ट्राइक फिट अकादमी में राज्य की कम से कम 10,000 महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने की कसम खाई है। अब तक वह सैकड़ों लड़कियों को प्रशिक्षित कर चुके हैं।