Wednesday, November 20, 2024
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संगीत

भारत की अनुसूचित जनजातियों का संगीत और उनकी नृत्यशैली बहुत ही रोचक, मनोरंजक और जीवंत है। द इंडियन ट्राइबल गांव-गांव से आदिवासी संगीत, उनके वाद्ययंत्र और अनूठी नाट्य-नृत्य शैली को खोज कर आपके सामने प्रस्तुत करता है।

कभी थे लोक नर्तक, अब फ्यूजन बैंड के सितारे

धीरे-धीरे लुप्त हो रही संगीत की विरासत को बचाने-सहेजने के लिए कुछ करने के अहसास ने सिक्किम के दो भाइयों- किंगचुम और नामचुंग को लेप्चा लोक फ्यूजन बैंड बनाने को प्रेरित किया और आज दोनों संगीत के फलक पर सितारों की मानिंद चमक रहे हैं। उनकी प्रेरक कहानी [...]

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ज़ेरोन की तमन्ना है कि…विश्व पटल पर छा जाए लेप्चा संगीत

तीन भाषाओं में आदिवासी रीति-रिवाजों को समकालीन पश्चिमी शैली से जोडक़र पेश करना इस आदिवासी गायिका का हुनर है। जो उन्हें सुनता है, दीवाना हो जाता है। सुरीली आवाज की मल्लिका के बारे में विस्तार से बता रही हैं नीलांजना राय

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प्रकृति के साथ मीठे सुर छेड़ते ये घुमंतू आदिवासी

जम्मू और कश्मीर की पहाड़ी ढलानों पर घूमते चरवाहों के एकांत का साथी होता है संगीत। THE INDIAN TRIBAL इन आदिवासी खानाबदोश लोगों के कुछ विशेष संगीत यंत्रों के बारे में लाया है जानकारी

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जादू सा बिखेर देती है आदिवासी गायिका की आवाज

अपने लोकगीतों से सरस्वती ने ओडिशा, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में खूब नाम कमाया। लेकिन, यह मंजिल इतनी आसान भी नहीं रही। कैसे एक चमत्कार से उनकी आंखों की रोशनी वापस आ गई और कैसे उनकी दुनिया ही बदल गई। नीरोज रंजन मिश्रा को सरस्वती ने सुनाई दिल [...]

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इस युवा आदिवासी रॉक बैंड ने बदलाव के सुर पकड़े और मचा दी धूम

सीमाई राज्य अरुणाचल प्रदेश में यह बैंड स्थानीय बोलियों एवं लोकधुनों को आधुनिकता का पुट दे रहा है । इस समर्पित संगीतकारों के समूह के प्रमुख किरदार डेविड एंगु से विस्तृत बातचीत की है प्रोयशी बरुआ ने

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झरने, बारिश, पत्तों की आवाज से संगीत रचना इस आदिवासी बैंड की खासियत है

मेघालय की धरती से निकलती संगीत की धुनों को बांधता यह पांच युवाओं का बैंड आजकल खूब लोकप्रिय हो रहा है। पुराने खासी लोकगीतों और प्राचीन खासी, जयंतिया पहाडिय़ों की कालातीत धुनों को भी नई पहचान दे रहा है यह ग्रुप । इस बैंड की धुनों को समेट [...]

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ओडिशा के गोंड लोगों की चाहत, हमेशा करते रहें मदली नृत्य

कालाहांडी ज़िले में गोंड जानजाति के लोग दशहरे के दौरान आकर्षक मदली नृत्य के साथ बूढ़ा राजा की पूजा करते हैं। इस भक्ति नृत्य के बारे में बता रहे हैं नीरोज रंजन मिश्रा

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जम्मू-कश्मीर की प्रवासी जनजातियों का संगीत और प्रकृति से है अटूट नाता

जम्मू-कश्मीर की प्रवासी जनजातियों के पास मनोरंजन, आपसी संवाद और ईश्वर की स्तुति करने के लिए एक से बढक़र एक संगीत वाद्ययंत्र होते हैं। आदिवासी लोग जहां भी प्रवास करते हैं, ये वाद्ययंत्र उनके साथ होते हैं। द इंडियन ट्राइबल की विशेष रिपोर्ट

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झारखंड की आत्मा में रचा-बसा है संगीत

संगीत और नृत्य झारखंड की आत्मा में रचा-बसा है, जो यहां की समृद्ध संस्कृति को जीवंत बनाता है। संगीत किस प्रकार यहां के लोगों की जिंदगी में घुला है, बता रहे हैं सुधीर कुमार मिश्रा

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संगीतकार क्यों बोले – आंखों की जरूरत नहीं

दृष्टिहीन अनादि कोड़ा को संगीत ईश्वरीय उपहार के रूप में मिला है। उन्होंने अपनी विलक्षण प्रतिभा से शारीरिक दुर्बलता को मात दी है और यह कहीं भी उनकी संगीत साधना, उनके कामों में आड़े नहीं आती, लेकिन कैसे, बता रहे हैं निरोज रंजन मिश्रा

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In Numbers

705
Individual ethnic groups are notified as Scheduled Tribes as per Census 2011
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