• About
  • Contact
  • Sitemap
  • Gallery
No Result
View All Result
Vacancies
Thursday, May 8, 2025
The Indian Tribal
  • Home
  • Achievers
    • उपलब्धिकर्ता
  • Cuisine
    • खान पान
  • Health
    • स्वास्थ्य
  • Legal
    • कानूनी
  • Music
    • संगीत
  • News
    • Updates
    • खबरें
  • Sports
    • खेलकूद
  • Variety
    • विविध
  • हिंदी
    • All
    • आदिवासी
    • उपलब्धिकर्ता
    • कला और संस्कृति
    • कानूनी
    • खबरें
    • खान पान
    • खेलकूद
    • जनजाति
    • भारत
    • विविध
    • संगीत
    • संस्कृति
    • स्वास्थ्य
    झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने सोमवार को 1 लाख 45 हजार 400 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट प्रस्तुत किया।

    झारखंड में बनेगा जनजातीय विश्वविद्यालय 

    The Indian Tribal

    सौर ऊर्जा ने भगाया अंधेरा, झिलमिला उठे आदिवासियों के भविष्य के सपने

    The Indian Tribal

    जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के गौरव को चित्रों में उकेरने की अनूठी पहल

    The Indian Tribal

    झारखण्ड के महान विभूतियों की संघर्ष गाथा हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन

    The Indian Tribal

    खरसावां शहीद स्मारक को विश्व पटल पर एक अलग पहचान दिलाएंगे: हेमन्त सोरेन

    Bastar Touris,

    इंजीनियरिंग ग्रेजुएट ने पर्यटन गाइड बन आदिवासी जीवन को दुनिया के समक्ष लाने का बीड़ा उठाया है

    Surrendered Naxalites - The Indian Tribal

    कभी थी पुलिस उनके पीछे, आज पुलिस बन वे नक्सलियों के पीछे

    The Indian Tribal

    मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के हस्तक्षेप पर 17 साल बाद आदिम जनजाति युवक को मिला न्याय

  • Gallery
    • Videos
  • Latest News
The Indian Tribal
  • Home
  • Achievers
    • उपलब्धिकर्ता
  • Cuisine
    • खान पान
  • Health
    • स्वास्थ्य
  • Legal
    • कानूनी
  • Music
    • संगीत
  • News
    • Updates
    • खबरें
  • Sports
    • खेलकूद
  • Variety
    • विविध
  • हिंदी
    • All
    • आदिवासी
    • उपलब्धिकर्ता
    • कला और संस्कृति
    • कानूनी
    • खबरें
    • खान पान
    • खेलकूद
    • जनजाति
    • भारत
    • विविध
    • संगीत
    • संस्कृति
    • स्वास्थ्य
    झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने सोमवार को 1 लाख 45 हजार 400 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट प्रस्तुत किया।

    झारखंड में बनेगा जनजातीय विश्वविद्यालय 

    The Indian Tribal

    सौर ऊर्जा ने भगाया अंधेरा, झिलमिला उठे आदिवासियों के भविष्य के सपने

    The Indian Tribal

    जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के गौरव को चित्रों में उकेरने की अनूठी पहल

    The Indian Tribal

    झारखण्ड के महान विभूतियों की संघर्ष गाथा हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन

    The Indian Tribal

    खरसावां शहीद स्मारक को विश्व पटल पर एक अलग पहचान दिलाएंगे: हेमन्त सोरेन

    Bastar Touris,

    इंजीनियरिंग ग्रेजुएट ने पर्यटन गाइड बन आदिवासी जीवन को दुनिया के समक्ष लाने का बीड़ा उठाया है

    Surrendered Naxalites - The Indian Tribal

    कभी थी पुलिस उनके पीछे, आज पुलिस बन वे नक्सलियों के पीछे

    The Indian Tribal

    मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के हस्तक्षेप पर 17 साल बाद आदिम जनजाति युवक को मिला न्याय

  • Gallery
    • Videos
  • Latest News
No Result
View All Result
The Indian Tribal
No Result
View All Result
  • Home
  • Achievers
  • Cuisine
  • Health
  • Legal
  • Music
  • News
  • Sports
  • Variety
  • हिंदी
  • Gallery
  • Latest News
Vacancies
Home » द इंडियन ट्राइबल / हिंदी » द इंडियन ट्राइबल / कानूनी » पीढ़ीगत बदलाव में खड़ी हुईं परेशानियां

पीढ़ीगत बदलाव में खड़ी हुईं परेशानियां

अपनी बेटियों को लाभ दिलाने के लिए अपने वंश के बारे में पता नहीं होने का बहाना बनाने का आरोप लगाते हुए शीर्ष अदालत ने उनके पिता को कड़ी फटकार लगाई, बता रही है मृतिका जैन

October 16, 2021
Supreme court of India

Supreme Court Of India

व्यापक जांच से पता चला कि पाटिल बहनें कोली जाति से संबंधित थीं, जो कि ओबीसी वर्ग में आती है, न कि एसटी में

सुप्रीम कोर्ट ने पाटिल बहनों, सुचिता और माधुरी, के एक मामले में कठोर दृष्टिकोण अपनाया।

बड़ी बहन सुचिता ने डीवाईसी नाइक मेडिकल कॉलेज में इस आधार पर आरक्षित सीट के लिए आवेदन किया कि वह अनुसूचित जनजाति महादेव कोली से ताल्लुक रखती हैं। हालांकि उनके पास इसे साबित करने के लिए जाति प्रमाण पत्र नहीं था। उन्होंने उच्च न्यायालय का रुख किया और अपनी पढ़ाई जारी रखने के संबंध में आदिश पारित करा लिया।

दो साल बाद उनकी बहन माधुरी ने बीडीएस कोर्स में दाखिला लिया। सत्यापन समिति ने जांच के बाद दोनों बहनों के प्रमाणपत्र रद्द कर दिये। व्यापक जांच से पता चला कि पाटिल बहनें कोली जाति से संबंधित थीं, जो कि ओबीसी वर्ग में आती है, न कि एसटी में।

मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा। शीर्ष अदालत ने निचली अदालत, प्रशासन और लड़कियों के पिता को कड़ी फटकार लगाई। अदालत ने लड़कियों के पिता पर अपने वंश के बारे में मूर्खतापूर्ण अज्ञानता प्रदर्शित करने की बात लताड़ा। शीर्ष अदालत ने महसूस किया कि सुचिता को उसकी एमबीबीएस की अंतिम वर्ष की परीक्षा में बैठने से रोकने का कोई फायदा नहीं होगा। हालांकि, धोखाधड़ी से प्राप्त की गई महादेव कोली के रूप में सामाजिक स्थिति को रद्द करने के निर्णय को यथावत रखा।

हालांकि, अदालत ने कहा कि सुचिता की बहन माधुरी महादेव कोली के रूप में अपनी सामाजिक स्थिति के साथ पढ़ाई जारी नहीं रख सकती हैं।

महादेव कोली जाति के लिए मिलने वाली रियायतों का फायदा भी उन्हें नहीं मिलेगा। वह एक सामान्य उम्मीदवार के तौर पर प्रवेश पाने के योग्य हैं। माधुरी उस समय बीडीएस के दूसरे वर्ष की पढ़ाई कर रही थीं।

In Numbers

672
Sub-Districts each have a Scheduled Tribes population of more than 10,000
Adivasi quite literally means ‘earliest inhabitant,’ but their fate, lives and welfare too often rest heavily on modern readings and interpretations of law. “The State shall promote with special care the educational and economic interests of… in particular, the scheduled castes and the scheduled tribes, and shall protect them from social injustice and all forms of exploitation,” says Article 46 of the Constitution, which, along with Articles 341, 342, 16(4) and 335, delineates the treatment of SC/STs. Over the years, several government orders, amendments and legal precedents have built a path for the Adivasi to be brought into the mainstream.
आदिवासी का शाब्दिक अर्थ है इस धरती पर सबसे पुराने निवासी, लेकिन उनका भाग्य, रोजमर्रा की जिंदगी और सामाजिक कल्याण आधुनिक व्यवस्था तथा कानून की व्याख्या पर निर्भर करता है।

संविधान के अनुच्छेद 46 में कहा गया है कि राज्य अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों की शिक्षा और आर्थिक हितों को विशेष ख्याल रखते हुए बढ़ावा देगा और उन्हें हर प्रकार के सामाजिक अन्याय और शोषण से बचाएगा। इसी के साथ अनुच्छेद 341, 342, 16(4) और 335 में भी अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के साथ बर्ताव को स्पष्ट किया गया है।

वर्षों से कई प्रकार के सरकारी आदेशों, संशोधनों और कानूनी फैसलों ने आदिवासियों को मुख्यधारा में लाने का मार्ग प्रशस्त किया है।
लगभग तीन दशकों तक चली मुकदमेबाजी के बाद अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लिए पदोन्नति में आरक्षण जैसे मुद्दों पर कुछ ऐतिहासिक निर्णय आए हैं। इसकी शुरुआत 1992 में ऐतिहासिक इंद्रा साहनी बनाम भारत संघ के फैसले से हुई थी, जिसे कई बार उलटा गया और फिर बहाल किया गया।

वर्ष 1997 के समता फैसला भी अनुसूचित जनजाति के लिए दूरगामी परिणाम पडऩे वाला रहा है। इसमें अनुसूचित जनजातीय क्षेत्रों में खनन के लिए दिशा-निर्देश निर्धारित किए गए हैं। ऐसा माना जाता है कि खनन उद्योग ने आदिवासियों की सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक और कानूनी स्थिति में व्यापक बदलाव किया है।

दूसरी ओर, समय-समय पर अदालतों ने भी आदिवासी हितों के मद्देनजर सख्त टिप्पणियां दी हैं। पिछले साल अगस्त में ही एक शीर्ष पीठ ने कहा था कि संविधान निर्माताओं ने कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण पर स्थायी तौर पर विचार नहीं किया। अदालतों न केवल कानूनी, बल्कि सबके लिए समानता के नैतिक पहलुओं पर भी गौर किया है। हालांकि यह कानूनी राय अभी बनी हुई है कि आधुनिकता अनुसूचित जनजातियों के हितों पर अतिक्रमण कर रही है। अदालतों द्वारा कुछ ऐसे रोचक फैसले भी पारित किए गए हैं, जो खास चर्चित तो नहीं हुए, लेकिन उन्होंने जनजातीय विकास पर सीधा प्रभाव डाला है।

Next Post
Nature, A Way Of Life In Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ : प्रकृति से है दिली रिश्ता

  • About Us
  • Contact
  • Team
  • Redressal
  • Copyright Policy
  • Privacy Policy And Terms Of Use
  • Disclaimer
  • Sitemap

  • Achievers
  • Cuisine
  • Health
  • Hindi Featured
  • India
  • News
  • Legal
  • Music
  • Sports
  • Trending
  • Chhattisgarh
  • Delhi
  • Gujarat
  • Jammu & Kashmir
  • Jharkhand
  • Kerala
  • Madhya Pradesh
  • Maharashtra
  • North East
  • Arunachal Pradesh
  • Assam
  • Manipur
  • Meghalaya
  • Mizoram
  • Nagaland
  • Sikkim
  • Tripura
  • Odisha
  • Telangana
  • West Bengal
  • Political News
  • Variety
  • Art & Culture
  • Entertainment
  • Adivasi
  • Tribal News
  • Scheduled Tribes
  • हिंदी
  • उपलब्धिकर्ता
  • कानूनी
  • खान पान
  • खेलकूद
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • संगीत
  • विविध
  • कला और संस्कृति
  • खबरें
  • असम की ताज़ा ख़बरें
  • अरुणाचल प्रदेश की ताज़ा ख़बरें
  • ओडिशा की ताज़ा ख़बरें
  • केरल की ताज़ा ख़बरें
  • गुजरात की ताज़ा ख़बरें
  • छत्तीसगढ़
  • जम्मू और कश्मीर की ताज़ा ख़बरें
  • झारखंड न्यूज़
  • तेलंगाना की ताज़ा ख़बरें
  • दिल्ली
  • नॉर्थईस्ट की ताज़ा ख़बरें
  • पश्चिम बंगाल की ताज़ा ख़बरें
  • मध्य प्रदेश की ताज़ा ख़बरें
  • महाराष्ट्र की ताज़ा ख़बरें
  • त्रिपुरा की ताज़ा ख़बरें
  • नागालैंड की ताज़ा ख़बरें
  • मणिपुर की ताज़ा ख़बरें
  • मिजोरम की ताज़ा ख़बरें
  • मेघालय की ताज़ा ख़बरें
  • सिक्किम की ताज़ा ख़बरें
  • राजस्थान की ताज़ा ख़बरें

About Us

The Indian Tribal is India’s first bilingual (English & Hindi) digital journalistic venture dedicated exclusively to the Scheduled Tribes. The ambitious, game-changer initiative is brought to you by Madtri Ventures Pvt Ltd (www.madtri.com). From the North East to Gujarat, from Kerala to Jammu and Kashmir — our seasoned journalists bring to the fore life stories from the backyards of the tribal, indigenous communities comprising 10.45 crore members and constituting 8.6 percent of India’s population as per Census 2011. Unsung Adivasi achievers, their lip-smacking cuisines, ancient medicinal systems, centuries-old unique games and sports, ageless arts and crafts, timeless music and traditional musical instruments, we cover the Scheduled Tribes community like never-before, of course, without losing sight of the ailments, shortcomings and negatives like domestic abuse, alcoholism and malnourishment among others plaguing them. Know the unknown, lesser-known tribal life as we bring reader-engaging stories of Adivasis of India.

Follow Us

All Rights Reserved

© 2024 Madtri Ventures [P] Ltd.

No Result
View All Result
  • Home
  • Achievers
  • Cuisine
  • Health
  • Health
  • Legal
  • Music
  • News
  • Sports
  • Variety
  • हिंदी
    • उपलब्धिकर्ता
    • खान पान
    • कानूनी
    • खेलकूद
    • खेलकूद
    • संगीत
    • संगीत
    • स्वास्थ्य
    • स्वास्थ्य
    • विविध
  • Gallery
  • Videos

© 2024 Madtri Ventures [P] Ltd.